सूरजगढ़: क्षेत्र में सार्वजनिक जल व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में सूरजगढ़ विधायक श्रवण कुमार के प्रयासों से बड़बर, ढांढोत व कुठानिया ग्राम पंचायतों में पानी की नई टंकियों का निर्माण कार्य शुरू किया जा रहा है। इन टंकियों के निर्माण पर कुल लगभग 14 लाख रुपये की लागत आएगी, जिससे इन ग्राम पंचायतों में लंबे समय से चल रही पेयजल किल्लत को दूर करने में सहायता मिलेगी।
विधायक श्रवण कुमार ने बताया कि उनका उद्देश्य सूरजगढ़ विधानसभा क्षेत्र को जल संकट से मुक्त बनाना है। उन्होंने कहा कि बड़बर, कुठानिया और ढांढोत कलां जैसी पंचायतों में पानी की उपलब्धता बढ़ाने के लिए यह निर्माण कार्य प्राथमिकता से करवाया जा रहा है। इन टंकियों के निर्माण से ग्रामीणों को उनके घरों के पास ही शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा।
कांग्रेस शहर अध्यक्ष रामसिंह चेतीवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि ढांढोत कलां पंचायत के तेजाराम पायल की ढाणी, गुरुदयाल घरडानिया की ढाणी, रामकुमार नालपुरिया की ढाणी, किशनलाल ओला की ढाणी और मनभर राम मेघवाल की ढाणी में सार्वजनिक टंकियों का निर्माण होगा, जिन पर क्रमशः 1.20 लाख से 1.30 लाख रुपये की लागत आएगी।
इसी प्रकार बड़बर ग्राम पंचायत के गौद की ढाणी, राम की ढाणी, रामवतार भार्गव के घर के पास, राजपाल यादव के घर के पास और शेखावतों की ढाणी में भी सार्वजनिक टंकियों का निर्माण कराया जाएगा। प्रत्येक निर्माण कार्य पर औसतन 1.30 लाख रुपये का व्यय प्रस्तावित है। साथ ही, कुठानिया ग्राम पंचायत में भी एक सार्वजनिक पानी की टंकी 1.30 लाख रुपये की लागत से निर्मित की जाएगी।
जल आपूर्ति सुधार की दिशा में विधायक श्रवण कुमार इससे पूर्व भी उल्लेखनीय प्रयास कर चुके हैं। हाल ही में उनके प्रयासों से झुंझुनूं जिले में कुंभाराम लिफ्ट परियोजना की वित्तीय एवं कार्य स्वीकृति प्राप्त हुई थी, जिसे लेकर पूरे जिले में सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। इस ऐतिहासिक योजना से झुंझुनूं जिले के कई क्षेत्रों में जल संकट से राहत मिलेगी।
स्थानीय ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों ने विधायक श्रवण कुमार के इन निरंतर प्रयासों की सराहना करते हुए उनका आभार जताया है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि इन विकास कार्यों से ग्रामीण जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी और क्षेत्र में जल आपूर्ति व्यवस्था पहले से बेहतर होगी।
यह पहल न केवल स्थानीय जनता को राहत देगी, बल्कि आगामी समय में सूरजगढ़ क्षेत्र को जल सुविधा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक ठोस कदम मानी जा रही है।