सूरजगढ़, 16 फरवरी 2025: सूरजगढ़ में अभिभाषक संघ का धरना लगातार चौथे सौ दिन से जारी है। वकील न्यायालय मुंशीफ कोर्ट के लिए भूमि आवंटन की मांग कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं होने के कारण वकीलों ने सभी न्यायिक कार्यों का बहिष्कार कर रखा है।
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अभिभाषक संघ का कहना है कि सूरजगढ़ में एक नए न्यायालय भवन की आवश्यकता है। इसके लिए उन्होंने प्रशासन से जमीन आवंटित करने की मांग की है। लेकिन, प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
अभिभाषक संघ के अध्यक्ष सोमवीर खीचड़ ने आरोप लगाया है कि स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी जानबूझकर इस मामले में देरी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
धरने में अभिभाषक संघ के अध्यक्ष सोमवीर खीचड़ के अलावा सचिव अभिषेक सेवदा, मनोज डिग्रवाल, वरिष्ठ अधिवक्ता मदनसिंह राठौड़, पवन कुमावत, अनिल शर्मा, मनोज डिग्रवाल, रतनलाल तंवर, सुनील सोमरा, अजय जडेजा, पीयूष शर्मा, हवासिंह चौहान, शिवराज सिंह राठौड़, राजेश चिरानिया, प्रदीप शर्मा, बाबूलाल इंदौरिया, सुभाष जांगिड़ सहित कई अन्य लोग शामिल रहे।
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वकीलों के धरने के कारण आम जनता को काफी परेशानी हो रही है। न्यायिक कार्य बाधित होने से लोगों को न्याय मिलने में देरी हो रही है।
सरकार को इस मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप करना चाहिए और वकीलों की मांग को पूरा करना चाहिए। ताकि आम जनता को किसी प्रकार की परेशानी न हो।