कराची, पाकिस्तान: पाकिस्तान इस समय गंभीर आंतरिक संकटों से जूझ रहा है। बलूचिस्तान में अलगाववाद और आतंकवाद से निपटने में विफल सरकार को अब सिंध प्रांत में भी व्यापक जनविरोध का सामना करना पड़ रहा है। विवादित चोलिस्तान नहर परियोजना के विरोध में सिंध में हिंसक प्रदर्शन तेज हो गए हैं। मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने सिंध के गृह मंत्री जियाउल हसन लंजर के नौशहरो फिरोज जिले स्थित सरकारी आवास पर धावा बोलते हुए उसे आग के हवाले कर दिया।
प्रदर्शनकारियों ने नौशहरो फिरोज के मोरो शहर में नेशनल हाईवे के पास स्थित मंत्री के घर में तोड़फोड़ की और कीमती सामान को आग के हवाले कर दिया। यही नहीं, आवास के पास खड़े दो भारी ट्रेलरों को भी जला दिया गया। घटना के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जबरदस्त झड़प हुई, जिसमें दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई और एक डीएसपी सहित छह पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके अलावा एक दर्जन से अधिक लोगों को गंभीर चोटें आई हैं।

क्या है विवादित चोलिस्तान नहर परियोजना?
यह पूरा विवाद पाकिस्तान सरकार की ओर से शुरू की गई चोलिस्तान नहर परियोजना को लेकर है, जिसके अंतर्गत सिंधु नदी से छह नहरें निकाल कर पंजाब के चोलिस्तान रेगिस्तान में सिंचाई की योजना बनाई गई है। इस परियोजना का उद्देश्य लगभग 400,000 एकड़ बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाना है, जिसकी अनुमानित लागत 211.4 अरब रुपये बताई जा रही है।
BREAKING: Violent protests erupted during a sit-in at Moro Dad in Naushahro Feroze, Sindh against controversial Canal projects. Demonstrators set fire to the residence of Sindh Interior Minister Zia-ul-Hassan Lanjar, causing extensive damage. A DSP of Sindh Police was also… pic.twitter.com/r5XfkdMYzf
— Syed Jlaluddin Jlal (@syed_jlaludin) May 20, 2025
हालांकि यह योजना प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार द्वारा लाई गई, लेकिन सिंध की सत्तारूढ़ पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) और कई अन्य राजनीतिक दल, धार्मिक संगठन, वकील, और सामाजिक कार्यकर्ता इसे सिंधु जल समझौते का उल्लंघन बताते हुए कड़ा विरोध कर रहे हैं।
सीसीआई ने अस्वीकार की परियोजना, फिर भी जारी हैं विरोध प्रदर्शन
सिंध में व्यापक विरोध को देखते हुए पिछले महीने कॉमन इंटरेस्ट्स काउंसिल (CCI) ने चोलिस्तान नहर प्रोजेक्ट को अस्वीकृत कर दिया। बैठक के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने बयान जारी करते हुए कहा था:
“जब तक सभी प्रांतों के बीच व्यापक समझौता नहीं होता, तब तक किसी भी नई नहर परियोजना पर काम नहीं होगा।”
इसके बावजूद सिंध में प्रदर्शन थम नहीं रहे हैं। लगातार रैलियां, धरने और सड़क जाम की घटनाएं सामने आ रही हैं।

बिलावल भुट्टो ने की हमले की निंदा, बताया ‘आतंकवादी कृत्य’
पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने मंत्री जियाउल हसन लंजर के आवास पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे “आतंकवादी कृत्य” करार दिया। उन्होंने कहा:
“विरोध प्रदर्शन की आड़ में कुछ तत्व हिंसा फैलाकर अशांति पैदा कर रहे हैं। यह सरासर दुर्भावना और देशविरोधी मानसिकता का परिचायक है। सरकार को इन तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”