आयरलैंड ने अपने नए प्रधानमंत्री का चुनाव किया है। देश की सत्तारूढ़ फाइन गेल पार्टी ने 37 साल के साइमन हैरिस को प्रधानमंत्री पद के लिए चुना है। इससे पहले, भारतीय मूल के लियो वराडकर आयरलैंड के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे।
हैरिस ने आयरलैंड की संसद में मंगलवार को हैरिस के समर्थन में 88 वोट प्राप्त किए। उन्हें गठबंधन की साझेदार पार्टियों फिएना फेल और ग्रीन पार्टी के अलावा कई निर्दलीय सांसदों का भी समर्थन मिला।
हैरिस का राजनीतिक योगदान
हैरिस का राजनीतिक करियर बहुत ही उपलब्ध और प्रभावशाली रहा है। उन्होंने 16 साल की उम्र में ही फाइन गेल पार्टी से जुड़ गए थे। 22 साल की उम्र में काउंटी काउंसिल के सदस्य बने और 24 साल की उम्र में सांसद चुने गए। उन्हें 2016 में स्वास्थ्य मंत्री और 2020 में उच्च शिक्षा मंत्री बनाया गया।
हैरिस की चुनौतियां
हैरिस के पास अब आयरलैंड के प्रधानमंत्री के तौर पर कई चुनौतियां हैं। उन्हें शरणार्थी संकट से लेकर बेघरों की बढ़ती संख्या जैसी मुद्दों का सामना करना होगा। लेकिन उनके लिए सबसे पहली प्राथमिकता अपनी कैबिनेट का चयन करना होगा।
आयरलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री लियो वराडकर की सरकार में हैरिस पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री थे। वह इस महान देश का प्रधानमंत्री चुने जाने पर बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं।
साइमन हैरिस ने कहा, “मैं सभी का प्रधानमंत्री होऊंगा और हमारे लोगों की उम्मीदों, सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए रोजाना मेहनत से काम करूंगा।”
लियो वराडकर का इस्तीफा
इससे पहले, भारतीय मूल के प्रधानमंत्री लियो वराडकर ने अपने व्यक्तिगत और राजनीतिक कारणों के चलते प्रधानमंत्री पद और पार्टी नेतृत्व से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि वह पार्टी के अध्यक्ष और नेता के रूप में प्रभावी तरीके से इस्तीफा दे रहे हैं।
आगामी वर्ष संसदीय चुनाव की रूपरेखा तय हो रही है और इस प्रकार हैरिस के पास लगभग एक साल का कार्यकाल होगा।