जालंधर, पंजाब: पाकिस्तानी जेल में भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की हत्या करने वाले कैदियों में से एक, अमीर सरफराज को रविवार को लाहौर में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। सरबजीत सिंह की बेटी स्वप्नदीप कौर ने इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि “यह न्याय नहीं है।”
स्वपनदीप ने कहा कि उन्हें पहले तो संतुष्टि मिली कि उनके पिता के हत्यारे को मार दिया गया, लेकिन बाद में उन्हें एहसास हुआ कि यह न्याय नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका परिवार यह जानना चाहता था कि उनके पिता की हत्या क्यों की गई और इसके पीछे कौन था।
स्वपनदीप ने पाकिस्तान सरकार पर भी आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उनके पिता की हत्या 2013 में पाकिस्तान सरकार ने ही करवाई थी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरबजीत को उस समय रिहा कर दिया जाता, तो वह पाकिस्तान में उनके साथ हुए अमानवीय व्यवहार का खुलासा कर देते।
सरबजीत सिंह पर लगे थे आरोप
सरबजीत सिंह को 1990 में पाकिस्तान में लाहौर और फैसलाबाद में जासूसी और बम हमलों के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई थी। इन हमलों में 14 लोगों की मौत हो गई थी। 23 साल तक पाकिस्तानी जेल में रहने के बाद 2013 में लाहौर की कोट लखपत जेल में उनकी हत्या कर दी थी।
स्वपनदीप ने लगाए कई आरोप
स्वपनदीप ने यह भी आरोप लगाया है कि उनके पिता को जेल में धीमा जहर दिया जा रहा था और उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा था। उन्होंने यह भी कहा कि उनके पिता ने एक डायरी भी लिखी थी जिसमें उन्होंने पाकिस्तान में अपने अनुभवों का वर्णन किया था, लेकिन उनकी मृत्यु के बाद यह डायरी उनके साथ भारत वापस नहीं लाई गई थी।
सरबजीत सिंह की बेटी स्वप्नदीप कौर इस बात से संतुष्ट नहीं हैं कि उनके पिता के हत्यारे को मार दिया गया है। उनका मानना है कि यह न्याय नहीं है और उनके पिता की हत्या के पीछे की सच्चाई सामने आनी चाहिए।