चिड़ावा, 22 नवम्बर 2024: चिड़ावा-सिंघाना सड़क मार्ग बस स्टैंड लालचौक पर नहर की मांग किसानों का धरना किसान सभा व आमजनता द्वारा संचालित किसान राघवेन्द्र ओला की अध्यक्षता में आज 326 वें दिन भी जारी रहा। धरना स्थल पर मातृशक्ति की प्रतिदिन की उपस्थिति यह साबित कर रही है कि पानी की मारामारी मची हुई है। महिलाओं का आंदोलन में शामिल होने की कवायद शुरू तभी होती है जब बहुत ही जरूरी होता है। धरने को सम्बोधित करते हुए आज नहर आंदोलन प्रवक्ता विजेन्द्र शास्त्री ने कहा कि हमारी मांग वाजिब है। डेढ करोड की जनसंख्या है कहां जाऐगी पलायन करना भी सबके लिए सरलतम नहीं है। नोकरी-पेशा व व्यापारी वर्ग तो पलायन कर सकते हैं परन्तु आम आदमी कहां जाऐ,क्या करेंगे।
किसान वर्ग को भी आह्वान किया कि आप लोग नहर आंदोलन में शामिल होने की जल्दी से जल्दी कोशिश करें वरना सरकार की नींद खुलेगी नहीं और यदि नहीं खुली तो बहुत समय निकलना हमारे भविष्य के लिए बहुत ही बुरा है,अंधकारमय होता जा रहा है । नहर चाहिए तो सरकार को झुकाना होगा और भीड़ जुटेगी तभी काम होगा । लेकिन सरकार भी इस मुगालते में ना रहे कि कुछ नहीं होना है, बहुत बड़ा बखेड़ा, उग्र आंदोलन,महासंग्राम, महामुकाबला सरकार से किसान व आमजनता का तय है और जीवन बचाओ अभियान चलाया जाएगा तो नहर बिना कोई समाधान नहीं है।
आगामी समय में वोटिंग नहीं की जाऐगी बहिष्कार कर दिया जाएगा।धरने पर आज नहर आंदोलन प्रवक्ता विजेन्द्र शास्त्री, उपसचिव ताराचंद तानाण, यात्रा संयोजक रणधीर ओला, महिला अध्यक्षा सुनीता सांई पंवार, नौजवान सभा के करण कटारिया, सौरभ सैनी, निर्मल ओला, सुनिल शर्मा, रमेश कुमार, नौरंग नेहरा,कुसुम देवी,रजवणी , विनोद देवी, प्रियंका, मीरा, संतोष,अध्यक्ष राजेंद्र सिंह, जगराम योगी, सतपाल चाहर, राजपाल चाहर, कोषाध्यक्ष महेश चाहर, विक्रम सिंह जागा, अनिल, कृष्ण, लोकेश, धर्मेंद्र,शीशराम तानाण, उपाध्यक्ष बजरंग लाल,आदि उपस्थित रहे।