प्रयागराज, उत्तर प्रदेश: महाकुंभ में भगदड़ और उससे जुड़ी घटनाओं को लेकर उठे राजनीतिक विवाद के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि दोनों नेता महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजन को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं।
‘सनातन धर्म के खिलाफ फैलाया जा रहा झूठ’ – योगी आदित्यनाथ
प्रयागराज में मीडिया से बात करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अखिलेश यादव और मल्लिकार्जुन खरगे के बयान केवल उनके सनातन विरोधी रुख को उजागर करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ये नेता सुपारी लेकर झूठ फैलाने का काम कर रहे हैं। योगी ने कहा, “महाकुंभ को लेकर लगातार दुष्प्रचार किया जा रहा है। यह न केवल सनातन धर्म पर हमला है, बल्कि एक शर्मनाक और निंदनीय कृत्य है। कुछ लोग द्वारा सनातन के खिलाफ सुपारी ली गई है।”
‘झूठे आंकड़ों से जनता को गुमराह करने की कोशिश’
मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन हजारों लोगों की मौत का दावा करने पर नाराजगी जताते हुए योगी ने कहा, “यह बयान बेहद अफसोसजनक और भ्रामक है। उनसे उम्मीद की जाती है कि वे संसद में मर्यादित भाषा का प्रयोग करें। विपक्ष के पास झूठ बोलने की होड़ मची है।”
अखिलेश यादव द्वारा सरकार पर मौतों के आंकड़े छिपाने के आरोप पर योगी ने पलटवार करते हुए कहा कि प्रशासन ने सभी आंकड़े पारदर्शिता के साथ प्रस्तुत किए हैं। उन्होंने कहा, “घटना दुखद थी, लेकिन मेला प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस की त्वरित प्रतिक्रिया सराहनीय रही। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाकर बेहतर इलाज मुहैया कराया गया।”
‘महाकुंभ में कोई परंपरा नहीं टूटी’
अखिलेश यादव के इस आरोप पर कि शाही स्नान की परंपरा टूटी और लाखों श्रद्धालु बिना स्नान किए लौट गए, योगी ने कहा, “यह पूरी तरह से गुमराह करने वाला बयान है। मौनी अमावस्या का स्नान निर्धारित समय पर शुरू हुआ था और परंपरा के अनुसार सभी शाही स्नान संपन्न हुए। अखाड़ों ने मेला प्रशासन से बातचीत के बाद कुछ समय के लिए स्नान स्थगित किया था, लेकिन बाद में सभी अखाड़ों ने पारंपरिक तरीके से स्नान किया।”
‘जनता को सुरक्षित घर पहुंचाना था प्राथमिक लक्ष्य’
मुख्यमंत्री ने बताया कि महाकुंभ में 8 से 9 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे थे और सरकार की प्राथमिकता थी कि सभी को सुरक्षित घर वापस भेजा जाए। उन्होंने कहा, “कुछ लोग चाहते थे कि महाकुंभ में बड़ा हादसा हो, लेकिन हमने इसे जीरो हादसे के लक्ष्य तक लाने का प्रयास किया। दुर्भाग्यवश कुछ घटनाएं हुईं, परंतु घायलों को तत्काल राहत दी गई और सभी पहलुओं की जांच के लिए न्यायिक आयोग गठित किया गया है।”
‘साजिशकर्ताओं को बेनकाब किया जाएगा’
योगी ने महाकुंभ को लेकर साजिश रचने के आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा, “29 जनवरी की घटना के पीछे साजिश की बू आ रही है। हम इसकी तह तक जाएंगे और साजिशकर्ताओं को बेनकाब करेंगे। जो लोग सनातन धर्म के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं, उनकी साजिश कभी सफल नहीं होगी। पहले भी ऐसे तत्वों को सजा दी गई है और आगे भी दी जाएगी।”
‘अखिलेश यादव का बयान हास्यास्पद’
अखिलेश यादव के उस बयान पर कि सरकार ने 100 करोड़ लोगों के महाकुंभ में आने का दावा किया था, योगी ने कटाक्ष करते हुए कहा, “यह हास्यास्पद है। अखिलेश यादव को तथ्यों की जानकारी नहीं है। हमने स्पष्ट कहा था कि 40 से 45 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में भाग लेंगे और अब तक 38 करोड़ लोग आ चुके हैं।