किसानों से धोखा: एक्सपायरी बीजों को नया दिखाने के लिए रंग चढ़ाकर पैकिंग, मंत्री बोले- नहीं बख्शेंगे दोषियों को
श्रीगंगानगर, राजस्थान: राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने एक बार फिर अपने सख्त तेवर दिखाते हुए मंगलवार को श्रीगंगानगर के RIICO औद्योगिक क्षेत्र में नकली और एक्सपायरी बीजों की फैक्ट्रियों पर बड़ी छापेमारी की। इस गोपनीय कार्रवाई के दौरान भारी मात्रा में मिलावटी व एक्सपायरी बीज बरामद हुए, जिन्हें नई पैकिंग और रंग चढ़ाकर बाज़ार में बेचने की तैयारी थी।

छापेमारी के मुख्य बिंदु:
- स्थान: श्रीगंगानगर का RIICO औद्योगिक क्षेत्र
- तारीख: 3 जून 2025 (मंगलवार)
- निशाना बनीं फैक्ट्रियाँ: शंकर सीड्स, शक्ति सीड्स और हार्वेस्टर फूड
- बरामद सामग्री: भारी मात्रा में नकली व एक्सपायरी बीज, संदिग्ध दस्तावेज
- कार्रवाई की निगरानी: स्वयं कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने मौके पर रहकर की
- जांच के लिए सैंपल: बीजों के सैंपल जांच हेतु प्रयोगशाला भेजे गए
- आगामी कदम: एफआईआर की तैयारी, दोषियों पर सख्त कार्रवाई
पूरी तरह गोपनीय रही कार्रवाई
मंत्री मीणा का काफिला बिना किसी पूर्व सूचना के RIICO क्षेत्र में पहुंचा और शंकर सीड्स, शक्ति सीड्स तथा हार्वेस्टर फूड पर एक साथ छापेमारी की गई। यह पूरा अभियान गोपनीय रखा गया ताकि कोई भी संदिग्ध पहले से सतर्क न हो पाए। मंत्री ने मौके पर मौजूद रहकर हर स्तर पर निगरानी की और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
धोखाधड़ी का पर्दाफाश
मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने बताया कि हार्वेस्टर फूड बीज भंडार में एक्सपायरी बीजों को नई थैलियों में पैक किया जा रहा था। उन पर रंग चढ़ाकर उन्हें नया और ताज़ा दिखाया जा रहा था ताकि किसान भ्रमित होकर उन्हें खरीद लें। यह एक सीधी-सी बात है कि किसानों की मेहनत पर कुछ लोग अवैध मुनाफा कमाने में लगे हैं, जिसे सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी।
शंकर सीड्स और शक्ति सीड्स पर भी कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में संदिग्ध दस्तावेज और बीज सैंपल बरामद हुए हैं, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया है।

मंत्री का स्पष्ट संदेश: “नहीं छोड़ेंगे किसी को”
मंत्री मीणा ने कहा कि प्रदेश सरकार नकली खाद-बीज बेचने वालों के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर काम कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि किसानों की मेहनत और फसल के साथ खिलवाड़ करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
पहले भी हो चुकी हैं सख्त कार्रवाइयाँ
यह कोई पहला मौका नहीं है जब मंत्री मीणा ने व्यक्तिगत रूप से छापेमारी की हो। इससे पहले 29 व 30 मई को अजमेर जिले के किशनगढ़ क्षेत्र में भी उन्होंने दो दिन तक लगातार कार्रवाई की थी। 29 मई को वे स्वयं एक लोडिंग टेम्पो में सवार होकर फैक्ट्रियों में पहुंचे और 12 स्थानों पर जांच की। अगले दिन 30 मई को जब वे फिर पहुंचे तो कई जगह कर्मचारी ताला लगाकर भाग चुके थे। उस दिन 5 फैक्ट्रियाँ सील की गईं।