पिलानी, 14 दिसम्बर 2024: आदित्य बिरला समूह के महत्वाकांक्षी शाश्वत गांधी प्रोजेक्ट के अध्यक्ष नितिन माथुरिया ने आज बिट्स पिलानी का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए महात्मा गांधी के जीवन और विचारों को डिजिटल माध्यम से दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाने के बिरला परिवार के संकल्प के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
विश्वस्तरीय प्रौद्योगिकी के माध्यम से गांधी दर्शन का प्रचार
माथुरिया ने बताया कि आदित्य बिरला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिरला की मां राजश्री देवी बिरला की प्रेरणा से भारत और विदेशों में अब तक 4 डिजीटल शाश्वत गांधी म्यूजियम बनाए गए हैं, जिन्हें गांधी शांति केंद्र के नाम से भी जाना जाता है। इन केंद्रों में आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए महात्मा गांधी के जीवन दर्शन और संदेशों को जीवन्त रूप दिया गया है।
मल्टीमीडिया प्रदर्शनी से समझेंगे गांधी दर्शन
इन केंद्रों में आने वाले लोग तस्वीरें, वीडियो, और इंटरैक्टिव प्रदर्शनों के माध्यम से गांधीजी के जीवन के विभिन्न पहलुओं को करीब से देख सकते हैं। यह एक ऐसा अनुभव है जो न केवल मनोरंजक है बल्कि ज्ञानवर्धक भी है। म्यूजियम में डिजीटल माध्यम से गांधी जी के मोहनदास से महात्मा गांधी बनने के सफर को दर्शाया गया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गांधी दर्शन का प्रचार
माथुरिया ने बताया कि लंदन, न्यू जर्सी और अब पुणे में भी इस तरह के केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। इन केन्द्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। इन डिजीटल म्यूजियम को बनाने में कंप्यूटर वैज्ञानिकों, कलाकारों, और शिल्पकारों ने मिलकर काम किया है। माथुरिया ने बताया कि यह एक सामूहिक प्रयास है जो गांधीजी के विचारों को जीवंत रखने में मदद करेगा।
पिलानी में आदित्य बिरला मेमोरीयल
माथुरिया ने बताया कि पिलानी में भी आदित्य बिरला मेमोरीयल बनाया गया है जो कि राजस्थान में अपनी तरह का एक अनोखा डिजिटल मेमोरीयल है। आदित्य बिरला समूह का यह प्रयास महात्मा गांधी के विचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इन केंद्रों के माध्यम से लोग गांधीजी के जीवन और संदेशों से प्रेरित होकर एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकते हैं।