झुंझुनूं: जिले के प्रसिद्ध लोहार्गल धाम स्थित बाबा रामदेव मंदिर में विकास और विस्तार को लेकर एक अहम बैठक हुई, जिसमें मंदिर प्रशासन ने भूमि खरीदकर भव्य भवन निर्माण की ऐतिहासिक योजना को मंजूरी दी। बैठक में रामदेव भक्तों की आस्था, मंदिर प्रबंधन की पारदर्शिता और स्वच्छता व्यवस्था को मजबूत करने पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बाबा रामदेव मंदिर परिसर में हुई बैठक की अध्यक्षता मनोहर लाल मोरदिया ने की, जिसमें मंदिर विस्तार और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए गहन विचार-विमर्श किया गया। इस दौरान धर्मपाल गांधी ने कहा कि लोहार्गल का यह मंदिर एक स्वतंत्र धार्मिक संस्थान है और भक्तों की आस्था का महत्वपूर्ण केंद्र है। उन्होंने सभी भक्तों से अपील की कि बिना पुष्टि अफवाहों पर विश्वास न करें और मंदिर की शांति बनाए रखें।
धर्मपाल गांधी ने कहा कि मंदिर में स्वच्छता, शांति और सुचारु व्यवस्था बनाए रखना केवल कार्यकारिणी ही नहीं, बल्कि पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि संस्थान के नियमों और विधान का पालन अनिवार्य है, जिससे मंदिर का धार्मिक वातावरण और अनुशासन कायम रहे।

धर्मपाल गांधी ने बताया कि वर्तमान कार्यकारिणी के कार्यकाल में मंदिर की वित्तीय स्थिति मजबूत हुई है और मंदिर कोष में कई लाख रुपये जमा हुए हैं। उन्होंने इसे मंदिर इतिहास की सबसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए सभी जागरूक भक्तों से सहयोग बनाए रखने की अपील की।
बैठक में भूमि खरीदने के प्रस्ताव पर सभी सदस्यों ने एकमत सहमति जताई। कोषाध्यक्ष सुखराम मेघवाल के मार्गदर्शन में भूमि खरीद की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। योजना है कि भामाशाहों के सहयोग से इस जमीन पर एक विशाल और भव्य भवन तैयार किया जाएगा, जो धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों के विस्तार का आधार बनेगा।
ठेकेदार सुभाष चंद्र मेव द्वारा मंदिर के धूणे पर टीन शेड लगवाने में दिए गए सहयोग के लिए कार्यकारिणी ने आभार व्यक्त किया। बैठक में बलवीर भूकर, एडवोकेट बिहारी लाल बालान, इन्द्र सिंह शिल्ला, एडवोकेट दिनेश मंडीवाल, हनुमान प्रसाद चायला, भागीरथ मल वर्मा, रमेश चौहान और ओमप्रकाश पंवार सहित कई सदस्य उपस्थित रहे। समापन पर मनोहर लाल मोरदिया ने सभी का आभार जताया।




