नई दिल्ली: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह “टैक्स टेररिज्म” के माध्यम से देश के मध्यम वर्ग की आर्थिक स्थिति को बर्बाद कर रही है। राहुल गांधी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार, उनकी नीतियों के जरिए कुछ चुनिंदा “मित्रों” की संपत्ति बचाने और उसे बढ़ाने के लिए आम जनता पर आर्थिक बोझ डाल रही है।
“टैक्स टेररिज्म” और मध्यम वर्ग पर असर
राहुल गांधी ने अपने व्हाट्सऐप चैनल पर इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने लिखा, “‘टैक्स टेररिज्म’ बीजेपी राज का एक खतरनाक चेहरा है। यही सच्चाई है। आज हिंदुस्तान में ‘टैक्स टारगेट’ का भार पूरी तरह से मध्यम वर्ग की आमदनी पर डाल दिया गया है।” उन्होंने आरोप लगाया कि मध्यम वर्ग के वेतन में वर्षों से कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है, लेकिन इसके बावजूद आयकर की दरों में लगातार वृद्धि हो रही है।
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि महंगाई के इस कठिन दौर में, जब हर चीज़ पर भारी GST लागू है, मध्यम वर्ग अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहा है। राहुल गांधी ने कहा, “महंगाई के भयंकर दौर में, हर चीज़ पर भारी GST चुका कर गुज़ारा करने वाले मध्यम वर्ग को सोचना चाहिए कि क्या आपकी आमदनी बड़े कॉरपोरेट या व्यापारियों से ज़्यादा है? क्या आपको सरकारी सुविधाओं का कोई विशेष लाभ मिल रहा है? नहीं ना!”
सरकार की नीतियों पर सवाल
राहुल गांधी ने सीधे तौर पर मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि मध्यम वर्ग के साथ यह अन्याय क्यों किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “फिर आपसे (मध्यम वर्ग) ये अंधाधुंध कर वसूली क्यों की जा रही है?” उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह अपने “मित्रों” की संपत्ति को बढ़ाने के लिए मध्यम वर्ग पर दबाव बना रही है और उसे आर्थिक संकट में धकेल रही है।
राहुल गांधी ने अंत में कहा, “जब आपको डरा कर, अपनी मनमानी थोप कर आपकी जेब काटी जाए, यही है ‘टैक्स टेररिज्म’ का चक्रव्यूह। मोदी जी अपने ‘मित्रों’ की संपत्ति बचाने और बढ़ाने के लिए भारत के मध्यम वर्ग की कमर तोड़ रहे हैं। इस आतंक और अन्याय के विरुद्ध मैं सभी मेहनतकश, ईमानदार भारतीय नागरिकों के साथ खड़ा हूं।”