लोकसभा चुनाव 2024 अपने परवान पर है और सभी राजनीतिक दलों ने अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए पूरा दमखम लगा रखा है वहीं, दूसरी ओर समर्थक भी अपने-अपने प्रत्याशी के सिर पर जीत का सेहरा सजाने की होड़ में उन पर लाखों के दांव लगा रहे हैं। यूपी के बदायूं से ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है।
दरअसल, उझानी क्षेत्र में लोकसभा चुनाव में भाजपा और सपा के प्रत्याशियों पर जीत-हार को लेकर 2 लाख रुपये की शर्त लगी है। यह शर्त किसी और के बीच नहीं बल्कि कानून के जानकार 2 अधिवक्ताओं के बीच लगी है। शर्त का अनुबंध बाकायदा स्टांप पेपर पर कराया गया है और अनुबंध पत्र में दो गवाहों को भी शर्त का प्रत्यक्षदर्शी बनाए गए हैं।
बदायूं में सांसद कौन बनेगा यह तो लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद ही पता चल सकेगा। लेकिन समर्थक अभी से ही अपने-अपने प्रत्याशियों की जीत का दावा कर रहे हैं।
उझानी निवासी एडवोकेट दिवाकर वर्मा और इसी क्षेत्र के गांव बरामलदेव निवासी एडवोकेट सतेंद्र पाल के बीच 2 लाख रुपये की शर्त लगी है। दिवाकर वर्मा ने भाजपा प्रत्याशी दुर्विजय सिंह शाक्य के पक्ष में और सतेंद्र पाल सिंह ने समाजवादी पार्टी प्रत्याशी आदित्य यादव की जीत का दावा किया है।
दोनों अधिवक्ताओं के बीच दस रुपये के स्टांप पर अनुबंध हुआ है। जिसमें लिखा गया है कि यदि भाजपा प्रत्याशी जीतते हैं तो सतेंद्र पाल, दिवाकर वर्मा को 2 लाख रुपये देंगे और अगर सपा प्रत्याशी जीतते हैं तो दिवाकर वर्मा, सतेंद्र पाल को दो लाख रुपये 15 दिन के अंदर नकद देंगे।
अनुबंध पत्र पर दो गवाहों के हस्ताक्षर भी करवाए गए हैं। इसमें यह भी लिखा है कि यदि चुनाव में किसी प्रकार की धांधलेबाजी होती है तो यह अनुबंध निरस्त समझा जाएगा।
तीसरे चरण में है बदायूं में चुनाव
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण यानी 7 मई को बदायूं में वोटिंग होगी। यहां से 11 उम्मीदवार मैदान में हैं। भाजपा ने दुर्विजय सिंह शाक्य को यहां से टिकट दिया है तो वहीं सपा की ओर से शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव को मैदान में उतारा गया है। बसपा ने यहां से पूर्व विधायक मुस्लिम खां को अपना उम्मीदवार बनाया है।