लास वेगास, अमेरिका: लास वेगास के ट्रंप इंटरनेशनल होटल के बाहर बुधवार को एक टेस्ला साइबरट्रक में हुए बड़े विस्फोट ने शहर में सनसनी फैला दी। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि सात लोग घायल हो गए। पुलिस और जांच एजेंसियां धमाके की वजह का पता लगाने में जुटी हैं।
राष्ट्रपति जो बाइडन ने घटना पर दी प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस घटना पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, “हम लास वेगास में ट्रंप होटल के बाहर हुए विस्फोट की जांच पर नजर बनाए हुए हैं। कानून प्रवर्तन और खुफिया एजेंसियां इस बात का पता लगाने में लगी हैं कि क्या इस धमाके का न्यू ऑरलियन्स में हाल ही में हुए हमले से कोई संबंध है।” बाइडन ने स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि न्यू ऑरलियन्स में जांच जल्द पूरी की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि अमेरिकी नागरिकों को कोई खतरा न हो।
विस्फोट की घटना के बारे में शेरिफ का बयान
लास वेगास के शेरिफ केविन मैकमैहिल ने बताया कि टेस्ला का इलेक्ट्रिक वाहन ट्रंप इंटरनेशनल होटल के कांच के प्रवेश द्वार के पास पहुंचने के बाद विस्फोट हुआ। उन्होंने कहा, “सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि स्टेनलेस स्टील साइबरट्रक अचानक आग की लपटों में घिर गया और उसके बाद छोटे-छोटे विस्फोट हुए, जो आतिशबाजी जैसे दिखे।”
एलन मस्क का बयान: यह आतंकी कृत्य हो सकता है
टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने इस घटना पर गंभीर आरोप लगाए। मस्क ने कहा कि लास वेगास और न्यू ऑरलियन्स की घटनाएं आपस में जुड़ी हो सकती हैं। उन्होंने बताया कि दोनों घटनाओं में इस्तेमाल वाहन एक ही कार रेंटल प्लेटफॉर्म टुरो से किराए पर लिए गए थे।
मस्क ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “ऐसा प्रतीत होता है कि यह एक आतंकवादी कृत्य हो सकता है। दोनों वाहनों में बम रखे गए थे, और यह जांच का विषय है कि वे कैसे जुड़े हुए हैं।”
घायलों की स्थिति और घटना की जांच जारी
शेरिफ मैकमैहिल के अनुसार, ट्रक के अंदर एक मृत व्यक्ति पाया गया, जबकि आसपास मौजूद सात लोगों को मामूली चोटें आईं। सभी घायलों का इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है।
न्यू ऑरलियन्स और लास वेगास की घटनाओं के बीच संबंध की जांच
जांच अधिकारियों का मानना है कि लास वेगास की इस घटना का न्यू ऑरलियन्स में हुए एफ-150 पिकअप ट्रक विस्फोट से संभावित संबंध हो सकता है। दोनों ही वाहन टुरो से किराए पर लिए गए थे।
स्थानीय और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
लास वेगास और न्यू ऑरलियन्स की घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। खुफिया एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या ये हमले किसी बड़े आतंकी साजिश का हिस्सा हैं।