सीकर, 30 अगस्त 2024: सीकर के बड़ा जानकीनाथ मन्दिर ट्रस्ट, रैवासा धाम के पीठाधीश्वर महन्त राघवाचार्य जी वेदांती महाराज का आज सुबह देवलोक गमन हो गया। सुबह आश्रम में हृदयाघात के बाद उन्हें सीकर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। राघवाचार्य महाराज के ब्रह्मलीन होने की सूचना मिलते ही उनके अनुयायियों में शोक की लहर फैल गई। प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, राजेंद्र राठौड़ सहित कई बड़े नेताओं ने उनके निधन पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
राघवाचार्य महाराज वेदान्त विषय में गोल्ड मेडलिस्ट थे। वे राजस्थान संस्कृति अकादमी के अध्यक्ष भी रहे थे। अपने कार्यकाल में उन्होंने राजस्थान के कई जिलों में वेद आश्रमों की स्थापना की थी। रैवासा धाम में उनके द्वारा संचालित वेद विद्यालय से वेद अध्ययन करने वाले कई विद्यार्थी आज विभिन्न सरकारी – गैर सरकारी संस्थानों में कार्यरत हैं।
शनिवार सुबह होगा अन्तिम संस्कार
रैवासा सरपंच रामदयाल सैनी ने बताया कि आज जानकीनाथ बड़ा मंदिर से राघवाचार्य महाराज की रैवासा गांव में अन्तिम यात्रा निकाली जाएगी। यात्रा अपराह्न 3 बजे मन्दिर की गौशाला में पहुंचेगी जहां पीठाधीश्वर की पार्थिव देह रखी जाएगी और पूजा-अर्चना की जाएगी। शनिवार सुबह 9 बजे गौशाला के पास ही उनका अन्तिम संस्कार किया जाएगा।

महन्त राघवाचार्य महाराज की अन्तिम संस्कार की विधि के लिए मंत्रों का उच्चारण किया जा रहा है। आश्रम व वेद विद्यालय के छात्र इसमें शामिल हैं। रैवासा धाम सीकर शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर है। महाराज के निधन की जानकारी मिलते ही उनके अनुयायी यहां पहुंचने लगे हैं।