चिड़ावा, 5 जनवरी 2024: राष्ट्रीय जाट महासंघ की एक बैठक में झुंझुनू जिले में दहेज और शराबबंदी को लेकर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। बैठक में सर्वसम्मति से पारित एक प्रस्ताव में शादियों में फिजूलखर्ची को रोकने और शराबबंदी को लागू करने का प्रस्ताव रखा गया है। यह प्रस्ताव अब राष्ट्रीय जाट महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विरेन्द्र क्यामसरिया को भेजा जाएगा।
निकटवर्ती गांव घण्डावा में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता सुबेदार विरेन्द्र सिंह कोठारी ने की। बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। प्रस्ताव में यह भी सुझाव दिया गया कि शादियों में बेड, ज्वैलरी, टेंट और हलवाई के खर्च को कम करके सामुहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किए जाएं। इससे शादियों में होने वाले खर्च को काफी कम किया जा सकता है।

यह फैसला इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह समाज में व्याप्त दहेज और शराब की समस्या से लड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह फैसला समाज में जागरूकता फैलाने में मदद करेगा और लोगों को इन बुराइयों के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करेगा।
बैठक में सरपंच रामेश्वर कोठारी, हवलदार महावीर प्रसाद, प्रदीप कुल्हरी, ओमप्रकाश कोठारी, लखी जाखड़, धर्मपाल कोठारी, हवलदार महेंद्र सिंह, सिताराम, सुरेश कुमार, होशियार सिंह जाखड़, नरेश कुमार, प्रेम कोठारी, गुटाराम, अम्मीलाल जाखड़, हरिसिंह कोठारी, नागरमल और लोकेश कुमार कुमार सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
यह खबर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिखाती है कि समाज के लोग सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ने के लिए आगे आ रहे हैं। यह खबर समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने की उम्मीद जगाती है