पिलानी, 7 अप्रैल 2025: पिलानी क्षेत्र के समीप स्थित ग्राम लीखवा में रामनवमी के अवसर पर श्रीराम जन्मोत्सव अत्यंत श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। इस पावन अवसर पर गांव में एक भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने भाग लेकर पूरे वातावरण को भक्तिरस से सराबोर कर दिया।
श्री ठाकुरजी मंदिर से हनुमान मंदिर तक निकली शोभायात्रा
शोभायात्रा की शुरुआत प्राचीन ठाकुरजी मंदिर से हुई, जो गांव के मुख्य मार्गों से होती हुई हनुमान मंदिर तक पहुंची। यात्रा के दौरान “जय श्रीराम” के जयघोषों से गांव का कोना-कोना गूंज उठा। श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा गया, वहीं ग्रामीणों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया।

पारंपरिक नृत्य व डीजे की धुनों ने बांधा समां
शोभायात्रा का प्रमुख आकर्षण ऊंट व घोड़ी पर किया गया पारंपरिक नृत्य रहा, जिसे देखने के लिए लोग उत्सुकता से जमा हुए। दर्शकों ने तालियों से कलाकारों का उत्साहवर्धन किया। वहीं डीजे और गाजे-बाजे की तेज धुनों पर युवाओं ने जमकर नृत्य किया। पूरे गांव में भक्ति, उमंग और उल्लास का वातावरण बना रहा।
जलपान व स्वागत की रही विशेष व्यवस्था
शोभायात्रा के मार्ग में कई स्थानों पर श्रद्धालुओं के लिए जलपान की व्यवस्था की गई। स्थानीय निवासियों ने सेवा भाव से शोभायात्रा में सहभागी बनकर आयोजन को सफल बनाया।
समाज में प्रेम और सौहार्द का संदेश
इस शोभायात्रा में गांव के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता और गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही। उपस्थितजनों में गौरव अग्रवाल, कैलाश व्यास, रमेश सिंह, विक्रम सिंह शेखावत, राहुल सैन, ईश्वर सिंह, मनोज अग्रवाल, रवि शेखावत, मालसिंह शेखावत, सुरजीत सिंह, ललित सैन, बलवान सिंह, विक्रम सिंह, पवन शेखावत बनगोठड़ी, रतनलाल स्वामी, सचिन शेखावत, मामन सिंह शेखावत, सुनिल टकणेत, संदीप सिंह, संदीप सिंह शेखावत, महेंद्र सिंह शेखावत, वीरू शेखावत तथा सरपंच बचन सिंह शेखावत व उप सरपंच विक्रम सिंह शेखावत सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।

श्रीकृष्ण गौशाला लीखवा के अध्यक्ष कैलाश व्यास ने बताया कि शोभायात्रा का उद्देश्य भगवान श्रीराम के आदर्शों को जनमानस तक पहुंचाना है। साथ ही समाज में भाईचारा, प्रेम और सौहार्द की भावना को सशक्त करना भी इस आयोजन का मुख्य लक्ष्य रहा। उन्होंने शोभायात्रा की सफलता में सहयोग देने वाले समस्त ग्रामवासियों के प्रति आभार प्रकट किया।