मोजाम्बिक, अफ़्रीका: मोजाम्बिक में 9 अक्टूबर को हुए विवादित राष्ट्रपति चुनावों के परिणाम घोषित होने के बाद देश में हिंसा का माहौल उत्पन्न हो गया है। देश के उच्चतम न्यायालय ने सत्तारूढ़ फ्रीलीमो पार्टी के उम्मीदवार डेनियल चैपो को विजेता घोषित किया है। इसके बाद से ही विरोध प्रदर्शन और हिंसा की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। इस हिंसा में अब तक कम से कम 21 लोगों की जान चली गई है, जिनमें 2 पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।
236 हिंसक घटनाओं में देश हुआ प्रभावित
मोजाम्बिक के गृह मंत्री पास्कोल रोंडा ने मापुतो में एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि सोमवार को अदालत की घोषणा के बाद पूरे देश में हिंसा और लूटपाट की 236 घटनाएं दर्ज की गईं। इस हिंसा में 13 नागरिकों और 12 पुलिसकर्मियों के घायल होने की पुष्टि हुई है।
चैपो को 65% वोट, प्रतिद्वंदी मोंडलेन ने किया विरोध
डेनियल चैपो को चुनाव में 65% मत प्राप्त हुए हैं, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी वेनांसियो मोंडलेन को केवल 24% वोट ही मिले। मोंडलेन ने परिणामों को खारिज करते हुए विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया है। उनके युवा समर्थकों पर हिंसा भड़काने और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया है।
पुलिस चौकियों पर हमला और कैदियों को छुड़ाया गया
गृह मंत्री रोंडा ने बताया कि हिंसा के दौरान 11 पुलिस चौकियों और एक जेल पर हमला किया गया। हमलावरों ने जेल से 86 कैदियों को भी छुड़ा लिया। हिंसा में पुलिस के दो वाहनों समेत 25 अन्य वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।
मोंडलेन ने किया बंद का आह्वान
वेनांसियो मोंडलेन ने शुक्रवार से राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है। हालांकि, बंद की घोषणा से पहले ही राजधानी मापुतो सहित देशभर में हिंसा की घटनाओं में इजाफा हो गया है। वर्तमान में राजधानी में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
चुनाव पश्चात हिंसा में अब तक 150 से अधिक मौतें
मोजाम्बिक में चुनाव पश्चात हिंसा के कारण अब तक 150 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा, सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को व्यापक नुकसान पहुंचा है।