न्यू जर्सी, अमेरिका: एक अद्भुत चिकित्सा सफलता में, डॉक्टरों ने एक महिला की जान बचाई है जिसके हृदय और गुर्दे दोनों काम करना बंद कर चुके थे। लिसा पिसानो नामक इस महिला को मरणासन्न घोषित कर दिया गया था, लेकिन डॉक्टरों ने एक अभिनव प्रक्रिया में सुअर की किडनी का प्रत्यारोपण करके उसकी जान बचा ली।
पिसानो हृदय और गुर्दे की विफलता से पीड़ित थीं, और उनकी स्थिति इतनी बिगड़ गई थी कि पारंपरिक अंग प्रत्यारोपण संभव नहीं था। एनवाईयू लैंगोन हेल्थ के डॉक्टरों ने हार नहीं मानी और एक अनोखा तरीका निकाला। उन्होंने पिसानो के दिल की धड़कन बनाए रखने के लिए एक यांत्रिक पंप लगाया और कुछ दिनों बाद उन्हें आनुवंशिक रूप से संशोधित सुअर की किडनी प्रत्यारोपित की।
यह ऑपरेशन पिछले महीने मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल में किया गया था। यह अपने तरह का दूसरा मामला है, जिसमें किसी जीवित रोगी को सुअर की किडनी प्रत्यारोपित की गई हो।
जीवनदान का दूसरा मौका
पिसानो ने कहा, “जब मेरी सारी उम्मीदें खत्म हो गई थीं, तब मैंने एक आखिरी कोशिश करने का फैसला किया। मैं बहुत खुश हूं कि मैंने ऐसा किया।”
यह ऑपरेशन डॉक्टरों के लिए एक बड़ी सफलता है और यह अंग प्रत्यारोपण की दुनिया में क्रांति ला सकता है। इससे उन रोगियों को जीवनदान मिल सकता है जिन्हें पारंपरिक अंग दाताओं की कमी के कारण इंतजार करना पड़ता है।
सुअर के अंगों का उपयोग
सुअर के अंगों को मानव अंगों के लिए उपयुक्त माना जाता है क्योंकि उनका आकार और कार्य समान होता है। हालांकि, जानवरों से मानव शरीर में अंग प्रत्यारोपण करने से जुड़े संक्रमण और प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का खतरा होता है।
वैज्ञानिकों ने आनुवंशिक संशोधन के माध्यम से इन चुनौतियों को दूर करने में प्रगति की है। पिसानो को प्रत्यारोपित की गई सुअर की किडनी को विशेष रूप से इस तरह से संशोधित किया गया था ताकि यह उनके शरीर द्वारा अस्वीकार न हो।
यह एक प्रारंभिक सफलता है, और अभी भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
डॉक्टरों को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि सुअर के अंगों का उपयोग सुरक्षित और प्रभावी है। उन्हें यह भी पता लगाना होगा कि पर्याप्त मात्रा में अंग कहां से प्राप्त किए जा सकते हैं।
लेकिन यह सफलता अंग प्रत्यारोपण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करती है और यह लाखों रोगियों के लिए जीवन रक्षक साबित हो सकती है।