नई दिल्लीः मध्य प्रदेश के ग्वालियर और उत्तर प्रदेश के रायबरेली में ट्रेन को पटरी से उतारने की एक और साजिश का मामला सामने आया है। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और Government Railway Police (जीआरपी) द्वारा की गई सतर्कता और मालगाड़ी चालकों की सूझबूझ से संभावित हादसे टल गए। इन दोनों घटनाओं ने देश में रेलवे सुरक्षा की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि हाल के महीनों में ऐसे कई मामले रिपोर्ट किए गए हैं।
ग्वालियर में लोहे की छड़ें रखकर ट्रेन दुर्घटना की साजिश
ग्वालियर के बिरलानगर स्टेशन के पास मंगलवार देर रात एक बड़ी साजिश नाकाम हुई। जानकारी के अनुसार, ट्रैक पर लोहे की भारी भरकम फ्रेम रखी मिली थी, जिससे एक मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो सकती थी। मालगाड़ी के चालक ने समय रहते इसे देख लिया और तुरंत गाड़ी रोक दी। इस सतर्कता के कारण एक बड़ा हादसा टल गया।
रेलवे सुरक्षा बल और Government Railway Police ने मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज की गहनता से जांच की जा रही है, लेकिन अभी तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है। अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है और जांच प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है।
यूपी के रायबरेली में भी ट्रेन पलटाने की साजिश
उत्तर प्रदेश के रायबरेली में भी एक ऐसी ही घटना सामने आई है। रायबरेली के लक्ष्मणपुर स्टेशन के पास एक मालगाड़ी सीमेंटेड स्लीपर से टकरा गई। यह घटना देर रात हुई, लेकिन चालक की सूझबूझ से मालगाड़ी को समय पर रोक लिया गया। आशंका है कि खेत में रखे तीन स्लीपरों को खींचकर ट्रैक पर रखा गया था, ताकि गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो सके। हादसे के बाद मालगाड़ी 15 मिनट तक खड़ी रही, हालांकि कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच चल रही है।
पिछले दो महीनों में बढ़ी हैं ट्रेन दुर्घटनाओं की साजिशें
पिछले दो महीनों में देशभर में ट्रेन पलटाने की साजिशों में तेजी आई है। हाल ही में 23 सितंबर को पंजाब के बठिंडा में भी एक ऐसी घटना सामने आई, जहां रेलवे ट्रैक पर लोहे की छड़ें रखी पाई गईं। यह छड़ें बठिंडा से दिल्ली जाने वाली रेलवे पटरियों पर रखी गई थीं, जिससे एक और संभावित हादसा टल गया।
रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह ने इस पर चिंता व्यक्त की थी और कहा था कि हाल ही में हुए रेल हादसों की जांच में कुछ खतरनाक साजिशें सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे प्रशासन को इन घटनाओं पर सख्त निगरानी रखने की आवश्यकता है और ऐसी घटनाओं में शामिल लोगों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए।