मंड्रेला: कस्बे के वार्ड नंबर एक में इन दिनों पेयजल संकट गहराता जा रहा है। वार्ड के निवासियों का कहना है कि उन्हें एक दिन छोड़कर पानी मिल रहा है, और जो पानी आता है, वह भी गंदा होता है। इससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है। गुरुवार को नाराज लोग मलसीसर रोड स्थित उच्च जलाशय कार्यालय पहुंचे और जलदाय विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे सड़क जाम कर विरोध दर्ज कराएंगे।
वार्डवासी नरपत सिंह ने कहा कि पानी की समस्या से सभी परेशान हैं। गंदा पानी पीने से बीमारियाँ फैल रही हैं। विभाग से कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। जलदाय विभाग के कर्मचारी शीशराम ने बताया कि पहले से ही जलापूर्ति सीमित है और अब दो बोरिंग सूख जाने से स्थिति और गंभीर हो गई है। उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारियों को जानकारी दी जा चुकी है, फिर भी अब तक कोई समाधान नहीं हो पाया है।
स्थानीय निवासी संजय वालिया ने कहा कि पिछले कई दिनों से पानी की सप्लाई नियमित नहीं है। एक दिन छोड़कर पानी आता है और वह भी अक्सर इतना गंदा होता है कि पीना तो दूर, नहाना और खाना बनाना भी मुश्किल हो गया है।
सचिन टेलर ने बताया कि बच्चों की तबीयत खराब हो रही है और घर की सारी दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो चुकी है। दो बोरिंग बंद हो जाने के बाद पानी की सप्लाई और भी कम हो गई है, जिससे रोजमर्रा के काम प्रभावित हो रहे हैं।
शिवरतन राजपूत ने कहा कि कई हफ्तों से यह समस्या बनी हुई है। विभागीय कर्मचारियों से कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन समाधान नहीं मिल रहा। गर्मी का मौसम चल रहा है और ऐसे में पानी की कमी लोगों को बुरी तरह प्रभावित कर रही है। लोगों को मजबूरी में पीने का पानी बाजार से खरीदना पड़ रहा है।
वार्ड के लोग अब प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि समस्या का शीघ्र स्थायी समाधान किया जाए, ताकि उन्हें स्वच्छ जल मिल सके और जीवन सामान्य रूप से चल सके। यदि जल्द कार्यवाही नहीं हुई, तो वार्डवासी सड़कों पर उतरने को विवश होंगे।