नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए बड़ा कदम उठाने की तैयारी कर ली है। भारत अब पाकिस्तान के लिए न केवल अपने एयरस्पेस (हवाई क्षेत्र) को बंद करने की योजना बना रहा है, बल्कि जलमार्गों (समुद्री रास्तों) पर भी प्रतिबंध लगाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। ये कदम पाकिस्तान की आंतरिक एवं बाह्य लॉजिस्टिक व्यवस्था पर सीधा प्रभाव डाल सकते हैं।

भारत की एयरस्पेस बंद करने की रणनीति
पाकिस्तान ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था। अब भारत उसी की भाषा में जवाब देने की तैयारी में है। यदि भारत एयरस्पेस बंद करता है, तो पाकिस्तान की फ्लाइट्स को दक्षिण-पूर्व एशिया, खाड़ी और यूरोप जाने के लिए वैकल्पिक और लंबा मार्ग अपनाना होगा। इससे ईंधन लागत, उड़ान समय और संचालन खर्च में भारी वृद्धि होगी।
प्रभाव
- पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की उड़ानों पर सीधा असर।
- उड़ान समय में 2 से 4 घंटे की वृद्धि संभव।
- अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के किराये में बढ़ोतरी की आशंका।
जलमार्गों पर प्रतिबंध की योजना
भारत समुद्री रास्तों से भी पाकिस्तान को घेरने की रणनीति पर काम कर रहा है। सिंधु जल संधि को पहले ही स्थगित कर दिया गया है, और अब बंदरगाहों के माध्यम से पाकिस्तान को मिलने वाली कुछ सुविधाएं भी वापस ली जा सकती हैं।
संभावित निर्णय
- मुंबई, कांडला, पोरबंदर जैसे बंदरगाहों से पाकिस्तान को दी जाने वाली व्यापारिक छूट को समाप्त करना।
- समुद्री सुरक्षा बढ़ाना।
- नियंत्रण रेखा से सटे जलमार्गों की निगरानी तेज करना।

पाकिस्तान की लगातार उकसाने वाली हरकतें
भारत की ओर से बार-बार शांति की अपील के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। आतंकी हमले के अलावा पाकिस्तान की सेना ने बीते पांच दिनों में कई बार सीजफायर तोड़ा है।
ताजा घटनाएं
- बारामूला, रामपुर सेक्टर और तुतमारी में गोलीबारी।
- नागरिक क्षेत्रों और भारतीय चौकियों को निशाना बनाया गया।
- भारतीय सेना ने भी कड़ा प्रतिकार करते हुए पाक रेंजर्स को जवाबी कार्रवाई में भारी नुकसान पहुंचाया।