कुरनूल, आंध्र प्रदेश: भारत रक्षा क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज करते हुए अब उन चुनिंदा देशों की सूची में शामिल हो गया है, जिनके पास लेजर आधारित डायरेक्टेड एनर्जी वेपन (DEW) सिस्टम है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने हाल ही में आंध्र प्रदेश के कुरनूल स्थित नेशनल ओपन एयर रेंज में स्वदेशी 30-किलोवॉट लेजर बेस्ड DEW Mk-II (A) प्रणाली का सफल परीक्षण किया है। इस परीक्षण की सफलता के साथ ही भारत अमेरिका, इजराइल, रूस और चीन के बाद पांचवां ऐसा देश बन गया है जिसके पास यह अत्याधुनिक लेजर हथियार प्रणाली मौजूद है।

लेजर वेपन की ताकत: लाइट से हमला, चुपचाप काम तमाम
DEW Mk-II (A) सिस्टम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह परंपरागत हथियारों की तरह बारूद, मिसाइल या रॉकेट का प्रयोग नहीं करता, बल्कि शुद्ध प्रकाश ऊर्जा (लेजर) के जरिए दुश्मन के ड्रोन्स, मिसाइलों, निगरानी एंटेना और सेंसर को नष्ट करता है। यह सिस्टम पूरी तरह साइलेंट ऑपरेशन करता है, जिससे दुश्मन को अंदाज़ा तक नहीं होता कि कब और कैसे हमला हुआ।
CHESS DRDO conducted a successful field demonstration of the Land version of Vehicle mounted Laser Directed Weapon(DEW) MK-II(A) at Kurnool today. It defeated the fixed wing UAV and Swarm Drones successfully causing structural damage and disable the surveillance sensors. With… pic.twitter.com/U1jaIurZco
— DRDO (@DRDO_India) April 13, 2025
कैसे काम करता है यह लेजर हथियार?
- इसमें इनबिल्ट इलेक्ट्रो-ऑप्टिक (EO) सिस्टम लगा है, जो लक्ष्य का पता लगाता है।
- लक्ष्य मिलने के बाद लेजर बीम प्रकाश की गति से उस पर हमला करती है।
- लेजर बीम इतनी तीव्र होती है कि यह पल भर में धातु को भेदते हुए ड्रोन या सेंसर को राख कर देती है।
- यह सिस्टम फिक्स्ड विंग ड्रोन, मल्टीपल ड्रोन ग्रुप, और हाई-फ्रीक्वेंसी सेंसर को टारगेट करने में सक्षम है।
टेस्टिंग में क्या हुआ?
DRDO द्वारा जारी बयान के अनुसार:
“परीक्षण के दौरान स्वदेशी Mk-II (A) DEW प्रणाली ने फिक्स्ड विंग ड्रोन को लंबी दूरी से सफलतापूर्वक निशाना बनाया। इसके अतिरिक्त, कई ड्रोन अटैक्स को विफल करते हुए निगरानी सेंसर और दुश्मन के एंटेना को भी पूरी तरह नष्ट किया गया।”

इसने लक्ष्य तक पहुंचने की बिजली जैसी गति, सटीकता और मजबूत मारक क्षमता का प्रदर्शन किया, जिससे यह भारत का सबसे शक्तिशाली काउंटर-ड्रोन सिस्टम बन गया है।