इस्लामाबाद, पाकिस्तान: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा उठाए गए कड़े कूटनीतिक कदमों से पाकिस्तान में घबराहट का माहौल है। इसी कड़ी में पाकिस्तान सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की आपात बैठक बुलाने की घोषणा की है। उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री इशाक डार ने बुधवार देर रात एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि यह बैठक गुरुवार को होगी।

पाकिस्तान की NSC बैठक का ऐलान
इशाक डार ने बताया कि यह बैठक देश की आंतरिक सुरक्षा और भारत द्वारा उठाए गए कूटनीतिक कदमों के जवाब पर चर्चा के लिए बुलाई जा रही है। पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति में प्रधानमंत्री, सेना प्रमुख, खुफिया प्रमुख और विदेश व रक्षा मंत्रालय के उच्च अधिकारी शामिल होते हैं। आमतौर पर यह बैठक तब बुलाई जाती है जब देश को किसी बाहरी खतरे या गंभीर आतंकी हमले का सामना हो।
सेना और वायुसेना हाई अलर्ट पर
सूत्रों के अनुसार, बुधवार को पाकिस्तान में शीर्ष असैन्य और सैन्य नेतृत्व की एक अहम बैठक हुई जिसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल रहे। इस बैठक में पहलगाम हमले के बाद भारत की संभावित कार्रवाई पर विचार किया गया। पाकिस्तान एयरफोर्स को हाई अलर्ट पर रखा गया है और सीमावर्ती क्षेत्रों में अतिरिक्त निगरानी बढ़ा दी गई है।
ख्वाजा आसिफ ने भारत को चेताया
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारत द्वारा सिंधु जल संधि को स्थगित करने और राजनयिक संबंधों में कटौती जैसे कदमों का “उचित जवाब” दिया जाएगा। उन्होंने पुष्टि की कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित होगी, जिसमें जवाबी रणनीति पर निर्णय लिया जाएगा।

पाकिस्तानी मीडिया में भारत के हमले की आशंका
पाकिस्तानी मीडिया और सोशल मीडिया पर भारत की संभावित सैन्य कार्रवाई को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। कई प्रमुख पाक मीडिया चैनलों ने दावा किया है कि भारत सीमित सैन्य कार्रवाई कर सकता है, जिससे पाकिस्तान में खलबली मच गई है।
पाकिस्तान में पहले से ही राजनीतिक और आंतरिक संकट
पहलगाम हमले के बाद की स्थिति पर चर्चा ऐसे समय में हो रही है जब पाकिस्तान खुद भीषण आंतरिक संकट से गुजर रहा है।
- बलोचिस्तान में लंबे समय से चल रहा विद्रोह और सुरक्षाबलों पर हमलों की बढ़ती घटनाएं पाकिस्तान सरकार के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं।
- पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पार्टी शहबाज शरीफ सरकार पर लगातार हमलावर हैं।
- पीपीपी के नेता बिलावल भुट्टो ने हाल ही में सिंधु नहर परियोजना को लेकर संघीय सरकार को खुली धमकी दी है कि अगर यह प्रोजेक्ट रोका नहीं गया तो वे गठबंधन से अलग हो जाएंगे।