जयपुर: राजस्थान में बीजेपी युवा मोर्चा की कार्यकारिणी की घोषणा 14 महीने बाद रविवार शाम को की गई, लेकिन इसे 53 मिनट के भीतर ही वापस लेना पड़ा। प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के निर्देश पर युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष अंकित चेची ने कार्यकारिणी की घोषणा की, जिसे बाद में वापस ले लिया गया।
मीडिया प्रकोष्ठ ने किया त्रुटिपूर्ण घोषणा का जिक्र
बीजेपी मीडिया प्रकोष्ठ की ओर से शाम 7 बजे जारी की गई सूची को महज 53 मिनट बाद हटा दिया गया। सोशल मीडिया पर प्रसारित सूची को डिलीट करते हुए मीडिया प्रकोष्ठ ने कहा कि यह सूची गलती से जारी हुई थी और जल्द ही नई सूची प्रकाशित की जाएगी। लिस्ट जारी होने के तुरंत बाद इसका विरोध शुरू हो गया, जिसके चलते प्रदेश संगठन ने यह निर्णय लिया।
झुंझुनू जिले से दो नाम थे शामिल
आज शाम को जारी की गई लिस्ट में प्रदेश कार्यकारिणी में झुंझुनू जिले से भी दो नाम शामिल किए गए थे। लिस्ट में जिले से भुवनेश गुप्ता को प्रदेश उपाध्यक्ष तथा सचिन भांभू को प्रदेश कार्यसमिति सदस्य नियुक्त किया गया था।
विवादित सूची में पदों का असंतुलन
घोषणा के बाद सामने आए विरोध में युवा नेताओं ने कार्यकारिणी में अपने शामिल न होने या असंगत पद मिलने पर नाराजगी जताई। कई नेताओं ने आरोप लगाया कि कार्यकारिणी में ऐसे लोगों को शामिल किया गया जो पार्टी या मोर्चे में सक्रिय नहीं रहे। इस विरोध को पार्टी के प्रदेश प्रभारी और सह प्रभारी तक भी पहुंचाया गया।
14 महीने की देरी और लगातार बढ़ता असंतोष
अंकित चेची को जुलाई 2023 में बीजेपी युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था, लेकिन 14 महीने बाद जाकर कार्यकारिणी घोषित की गई। इस दौरान विधानसभा और लोकसभा चुनाव हो चुके थे, परंतु युवा मोर्चा की कार्यकारिणी की घोषणा न होने से पार्टी में असंतोष बढ़ रहा था। चेची ने कई संगठनों के अध्यक्षों की नियुक्ति की थी, लेकिन युवा मोर्चा की कार्यकारिणी में देरी ने कई सवाल खड़े कर दिए थे।