बिहार: बिहार में नीतीश कुमार की सरकार के आगामी कैबिनेट विस्तार के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने भू राजस्व मंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है। उन्होंने खुद इस बात की पुष्टि की और कहा कि बीजेपी के नियम के तहत ‘एक व्यक्ति एक पद’ की नीति के चलते वह मंत्री पद से इस्तीफा दे रहे हैं, लेकिन वह बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहेंगे।

दिलीप जायसवाल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “बीजेपी में एक व्यक्ति एक पद का नियम है, इसलिए मैं आज मंत्री पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं। मैं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बना रहूंगा।” उन्होंने यह भी कहा कि मंत्री के रूप में वह हमेशा एक ईमानदार छवि के तौर पर जाने जाएंगे। “राजस्व विभाग में मैंने बहुत सारे सुधार लाने का प्रयास किया। मैंने इस मंत्रालय को संभालते हुए करीब 14 करोड़ पन्नों का डिजिटल सिस्टम तैयार कराया। जब तक मैं मंत्री रहा, ईमानदारी से काम किया,” दिलीप जायसवाल ने अपने कार्यकाल का उल्लेख करते हुए कहा।
कैबिनेट विस्तार पर दिलीप जायसवाल का बयान
कैबिनेट विस्तार पर पूछे गए सवाल पर दिलीप जायसवाल ने कहा कि मंत्रीमंडल विस्तार का निर्णय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लिया जाएगा और वह ही इस पर अंतिम निर्णय लेंगे। “मंत्रिमंडल विस्तार पर मुख्यमंत्री फैसला करेंगे। हम लोग अभी सम्राट चौधरी के घर बैठक करने जा रहे हैं,” दिलीप जायसवाल ने कहा।
कैबिनेट विस्तार में बीजेपी के कोटे से हो सकते हैं मंत्री
सूत्रों के अनुसार, आगामी कैबिनेट विस्तार में कुल 7 मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है, जिसमें अधिकांश मंत्री बीजेपी के कोटे से होंगे। बताया जा रहा है कि बीजेपी के नेता सम्राट चौधरी के घर एक बैठक आयोजित की जाएगी, जिसके बाद मंत्रियों के नाम की सूची राजभवन भेजी जाएगी और फिर शपथ ग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी।

सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार, संभावित मंत्रियों की सूची में जातीय समीकरण का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इस सूची में अनिल शर्मा, तारकिशोर प्रसाद, संजय सरावगी, राजू सिंह, अवधेश पटेल और जीवेश मिश्रा के नाम सामने आ रहे हैं। इन नेताओं के मंत्री बनने की संभावना जताई जा रही