पटना, बिहार: बिहार के कई जिलों में पिछले 24 घंटे के भीतर भारी वर्षा, तेज आंधी और वज्रपात ने व्यापक तबाही मचाई है। नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, पटना, भोजपुर, सिवान, गोपालगंज, सारण, गया और जहानाबाद जिलों में कुल 49 लोगों की मौत हुई है। वहीं, उत्तर बिहार, कोसी व सीमांचल क्षेत्रों में वज्रपात, पेड़ गिरने और दीवार ढहने जैसी घटनाओं में 10 लोगों की जान चली गई। कुल मृतकों की संख्या 59 हो चुकी है।
नालंदा में सबसे अधिक तबाही, 22 की मौत
नालंदा जिले में सबसे अधिक 22 लोगों की मौत हुई है। बिहारशरीफ प्रखंड के नगवां गांव में देवी स्थान की दीवार पर पीपल का पेड़ गिरने से छह लोगों की एक साथ मौत हो गई। इस्लामपुर के बालमत बिगहा गांव के पास पुलिया धंसने से एक दादी, उनके दो वर्ष के पोते और नौ माह की पोती की मौत हो गई, जबकि बच्चों की मां गंभीर रूप से घायल हैं। इसके अलावा पेड़ गिरने से जिले में अन्य 13 लोगों की जान गई है।

अन्य जिलों में नुकसान की स्थिति
- पटना: मसौढ़ी के दीघवां में दीवार गिरने से एक महिला की मौत, अरवल-पटना सीमा पर बेदौली गांव में दीवार और पेड़ गिरने से दो लोगों की जान गई।
- शेखपुरा: वज्रपात और पेड़/दीवार गिरने से छह लोगों की मौत।
- नवादा: अकबरपुर के हनुमानगढ़ गांव में वज्रपात से एक की मौत।
- भोजपुर: मां-बेटे समेत छह लोगों की मौत; इनमें एक वज्रपात व पांच दीवार/पेड़ से दबकर मृत।
- सिवान: वज्रपात से चार की मौत।
- सारण: पानापुर में वज्रपात से दो की जान गई।
- गोपालगंज: झोपड़ी पर पेड़ गिरने से एक महिला की मौत।
- जहानाबाद: वज्रपात से दो लोगों की मौत।
- बेगूसराय: चेरिया बरियारपुर में किशोरी की वज्रपात से मौत।
- गया: टनकुप्पा प्रखंड के मायापुर गांव में दीवार गिरने से आठ वर्षीय बालक की जान गई।
उत्तर बिहार और सीमांचल में तबाही
उत्तर बिहार में वज्रपात व पेड़ गिरने से तीन की मौत और तीन लोग झुलस गए।
- मुजफ्फरपुर: पारू थाना क्षेत्र में पीपल की डाल गिरने से एक वृद्ध की मौत, चांदकेवारी में वज्रपात से वार्ड सदस्य के पिता की मृत्यु।
- पश्चिम चंपारण: नरकटियागंज में 33 हजार केवीए लाइन में फाल्ट, पांच घंटे तक बिजली बाधित।
- समस्तीपुर, सीतामढ़ी, दरभंगा: बारिश से गेहूं की फसल को नुकसान।
- पूर्वी चंपारण: पकड़ीदयाल में चार फीडरों से 12 घंटे से बिजली बाधित।
- दरभंगा: खोजकीपुर में 13 वर्षीय किशोरी की वज्रपात से मौत।
- अररिया, जमुई, कटिहार, भागलपुर: वज्रपात से सात की मौत, जमुई में दीवार गिरने से एक की मृत्यु।
- मधेपुरा: बिजली गिरने से 12 कट्ठा में गेहूं की फसल जलकर राख, कई घर आंधी से क्षतिग्रस्त।
- कुमारखंड: आंधी से तीन परिवारों के घर ढहे।
फसल और बिजली आपूर्ति को भारी नुकसान
प्रदेश के कई क्षेत्रों में आम, लीची, गेहूं व मक्का की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। जिन किसानों की फसल खेत में कटी पड़ी थी, उन्हें सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। पेड़ों के गिरने और तारों के टूटने से कई जगहों पर घंटों बिजली आपूर्ति ठप रही।

सड़क और रेल यातायात पर भी असर
भोजपुर के बड़हरा में महुली घाट-सिताबदियारा पीपा पुल आंधी और पानी के कारण टूट गया, जिससे उत्तर प्रदेश से संपर्क बाधित हो गया। वहीं दिल्ली-हावड़ा मेन लाइन पर आरा-बक्सर के बीच बिजली आपूर्ति बाधित रहने से रेल यातायात प्रभावित रहा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जताया शोक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस आपदा में मारे गए 59 लोगों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है। सभी मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए का अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया गया है।