पिलानी, 4 मार्च 2025: बच्चों की सुरक्षा और कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न की रोकथाम को लेकर बिरला बालिका विद्यापीठ और बिरला शिशु विहार के संयुक्त तत्वावधान में POCSO (प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंसेस) एवं POSH (प्रिवेंशन ऑफ सेक्सुअल हरासमेंट) अधिनियम पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यशाला में विद्यालय के 150 से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाओं और शैक्षणिक कर्मियों ने भाग लिया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ वंदना बांगा (विषय विशेषज्ञ एवं परिवर्तन संस्था की संस्थापक), एम कस्तूरी (प्रबंधक, बिरला बालिका विद्यापीठ), पवन वशिष्ठ (प्राचार्य, बिरला शिशु विहार) और अचला वर्मा (प्रभारी प्राचार्या, बिरला बालिका विद्यापीठ) द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।
वंदना बांगा के मार्गदर्शन में संपन्न इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों और कर्मचारियों को POCSO और POSH अधिनियम की विस्तृत जानकारी देना था, ताकि वे अपने विद्यालयों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें और कार्यस्थल पर सुरक्षित माहौल बना सकें।
बिरला शिक्षण न्यास के निदेशक मेजर जनरल एस एस नायर (अति विशिष्ट सेवा पदक) ने अपने संबोधन में कहा कि यह कार्यशाला शिक्षकों को बच्चों के प्रति अधिक संवेदनशील और सतर्क बनाने का महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि विद्यालयों में इन अधिनियमों का प्रभावी क्रियान्वयन बच्चों की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है।
कार्यशाला में भाग लेने वाले शिक्षकों ने इसे अत्यंत ज्ञानवर्धक और उपयोगी बताया। उन्होंने अपने विद्यालयों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु ठोस कदम उठाने का संकल्प लिया।

कार्यक्रम के अंत में वंदना बांगा को एम कस्तूरी और पवन वशिष्ठ द्वारा *स्मृति चिह्न और पुष्प गुच्छ प्रदान कर सम्मानित किया गया। एम कस्तूरी ने इस ज्ञानवर्धक सत्र के लिए *वंदना बांगा का आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही।