ढाका, 7 अगस्त 2024: बांग्लादेश में राजनीतिक संकट के बीच, नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक नई अंतरिम सरकार गुरुवार को शपथ लेगी। यह जानकारी सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में दी। उन्होंने कहा कि अंतरिम सरकार गुरुवार रात आठ बजे शपथ ले सकती है और सलाहकार परिषद में 15 सदस्य हो सकते हैं।
राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने मंगलवार को प्रोफेसर यूनुस (84) को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया था। यह निर्णय बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से इस्तीफे और देश छोड़ने के एक दिन बाद लिया गया। शेख हसीना ने नौकरियों में आरक्षण को लेकर हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद पद से इस्तीफा दिया था और लंदन जाने की योजना बनाई थी, लेकिन ब्रिटेन की ओर से अभी तक उसकी यात्रा की अनुमति नहीं मिली है।
ब्रिटेन के आव्रजन नियमों के अनुसार, शरण या अस्थायी शरण के लिए यात्रा की अनुमति का कोई प्रावधान नहीं है, जिससे शेख हसीना के लंदन जाने में कई तकनीकी चुनौतियाँ उत्पन्न हो रही हैं।
बांग्लादेश में स्थिति अराजक बनी हुई है, जहां छात्रों ने बुधवार को लगातार दूसरे दिन यातायात प्रबंधन का काम स्वयं संभाला। एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने पुलिस बल के सभी सदस्यों से ड्यूटी पर लौटने और कानून-व्यवस्था की स्थिति को बहाल करने की अपील की। सोमवार को शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में अराजकता चरम पर पहुँच गई है और पुलिसकर्मियों की कमी के कारण कानून-व्यवस्था बनाए रखने में कठिनाइयाँ उत्पन्न हो रही हैं।
चीन ने बांग्लादेश की स्थिति पर ध्यान रखते हुए एक बयान जारी किया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चीन बांग्लादेश की स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है और वह उम्मीद करता है कि बांग्लादेश जल्द ही सामाजिक स्थिरता बहाल करेगा।
पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को बुधवार को जेल से रिहा कर दिया गया। बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने 5 अगस्त को खालिदा जिया की रिहाई का आदेश दिया था। यह निर्णय शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने के कुछ घंटों बाद लिया गया।
‘ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल बांग्लादेश’ ने धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हुए हमलों को छात्र आंदोलन की ‘मूल भावना के खिलाफ’ करार देते हुए सरकारी और अल्पसंख्यक समुदायों की संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है।
पाकिस्तान ने बांग्लादेश के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की है और आशा व्यक्त की है कि देश में स्थिति जल्द सामान्य होगी। शेख हसीना को सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर विरोध प्रदर्शनों के कारण इस्तीफा देना पड़ा था, जिनमें 400 से अधिक लोगों की मौत की खबरें हैं।
भारतीय उच्चायोग ने ढाका में स्थित अपने गैर-जरूरी सेवाओं में काम कर रहे कर्मियों और उनके परिवारों को स्वेच्छा से भारत लौटने की अनुमति दी है। हालांकि, सभी भारतीय राजनयिक अभी भी ढाका में काम कर रहे हैं और उच्चायोग की गतिविधियाँ जारी हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार शेख हसीना को ‘रिकवर करने’ के लिए समय दे रही है और बांग्लादेश के अधिकारियों से संपर्क में है।