उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश विधानमंडल का बजट सत्र मंगलवार, 18 फरवरी 2025 को आरंभ हुआ। सत्र के पहले दिन विधानसभा और विधान परिषद के संयुक्त सदन को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने संबोधित किया। अपने अभिभाषण में उन्होंने सरकार की उपलब्धियों और आगामी योजनाओं पर प्रकाश डाला।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विपक्ष पर हमला
राज्यपाल के अभिभाषण के पश्चात, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि भाषा की लड़ाई लंबे समय से चल रही है और विपक्ष ने क्षेत्रीय भाषाओं का अपमान किया है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि उनकी सरकार भोजपुरी और अवधी भाषाओं के संरक्षण और संवर्धन के लिए बोर्ड स्थापित कर रही है।
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा, “विपक्ष अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम में पढ़ाना चाहता है, जबकि आमजन के बच्चों से उर्दू पढ़ने को कहता है। वे चाहते हैं कि उनके बच्चे मौलवी बनें।” उन्होंने विपक्ष की इस दोहरी नीति की आलोचना की।
बजट सत्र (वित्तीय वर्ष 2025-26) के अंतर्गत मा. राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी का समवेत दोनों सदनों को अभिभाषण…@anandibenpatel https://t.co/0dNjAgAq40
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 18, 2025
विधानसभा अध्यक्ष की बैठक और विपक्ष की तैयारी
सत्र शुरू होने से पूर्व, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों से आग्रह किया कि वे जनहित के मुद्दों को सदन में उठाएं और स्वस्थ चर्चा के माध्यम से प्रदेश के विकास में सहयोग करें। अध्यक्ष ने भी सदन के सुचारु संचालन के लिए सभी दलों से सहयोग की अपील की।
दूसरी ओर, विपक्ष ने सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। वे विभिन्न मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगने और चर्चा करने की तैयारी में हैं।
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ई-विधान की पहल
मुख्यमंत्री ने सदन में स्वस्थ चर्चा की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इससे प्रदेश का विकास होता है और जनता की समस्याओं का समाधान संभव है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है जहां ई-विधान लागू किया गया है, जिससे विधानसभा की नई पहचान बनी है। मुख्यमंत्री ने सभी सदस्यों से प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर कार्य करने का आह्वान किया।