पेरिस, 26 जुलाई 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 की ओपनिंग सेरेमनी से कुछ घंटे पहले, फ्रांस के हाई-स्पीड रेलवे नेटवर्क को एक बड़े तोड़फोड़ के हमले का सामना करना पड़ा। इस हमले का उद्देश्य देश के प्रमुख रेल नेटवर्क को कमजोर करना था, जिससे हजारों यात्री प्रभावित हुए।
प्रभावित क्षेत्र और यात्री
हमले के कारण अटलांटिक, उत्तरी और पूर्वी रेलवे लाइनें विशेष रूप से प्रभावित हुई हैं। रेलवे ट्रैक पर लगी आग के कारण बड़ी संख्या में ट्रेनें रद्द कर दी गईं और कई ट्रेनें देर से चल रही हैं। इस घटना से लगभग 80,000 यात्री प्रभावित हुए हैं, जबकि गर्मी की छुट्टियों के चलते यात्रियों की संख्या सामान्य से अधिक होती है।
🇫🇷View from one of the various #French Train stations after a "wave of coordinated attacks" paralyzed French #High speed railways nationwide in France hours before the start of the #Olympic games pic.twitter.com/5LiXy8iC9i
— Uncensored News (@Uncensorednewsw) July 26, 2024
मरम्मत के लिए सैकड़ों मजदूरों की जरूरत
फ्रांसीसी रेलवे कंपनी SNCF के प्रमुख जीन-पियरे फरांडौ ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि हमलावरों ने ड्राइवरों के लिए सुरक्षा जानकारी ले जाने वाले कई फाइबर ऑप्टिक केबलों को आग के हवाले कर दिया था। इसे ठीक करने के लिए सैकड़ों मजदूरों की जरूरत है। यह एक मैनुअल ऑपरेशन है और रेलवे अधिकारियों ने बताया कि नुकसान की मरम्मत सावधानीपूर्वक की जाएगी।
यात्रियों के लिए निर्देश
फ्रांस के यात्री सेवा प्रमुख क्रिस्टोफ फैनिचेट ने कहा कि पेरिस और फ्रांस के उत्तर और पूर्व के बीच रेल सेवाओं में 90 मिनट से दो घंटे की देरी हुई है। उन्होंने यात्रियों से अपनी यात्रा स्थगित करने की अपील की है और स्टेशन पर न जाने का अनुरोध किया है, जब तक कि उनके पास यात्रा की पुष्टि नहीं हो जाती।
दक्षिण-पूर्व की ओर जाने वाली रेलवे लाइन बची
एसएनसीएफ के सीईओ फरांडौ ने बताया कि कल रात मध्य फ्रांस में रखरखाव के दौरान रेलवे कर्मियों ने अज्ञात लोगों को देखा था, जो पुलिस को सूचना देने पर भाग गए। हालांकि, दक्षिण-पूर्व की ओर जाने वाली प्रमुख रेलवे लाइन को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। इसके विपरीत, पेरिस और लंदन के बीच रेल सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं, जिसके कारण सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं।
सुरक्षा व्यवस्था और जांच
पेरिस में ओलंपिक से पहले सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया गया है। अनुमान है कि ओलंपिक के लिए करीब 3 लाख दर्शकों के आने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसियां इस ‘तोड़फोड़’ के पीछे के अपराधियों का पता लगाने के लिए सक्रिय हैं। माना जा रहा है कि हमले का तरीका पिछले वामपंथी तत्वों द्वारा किए गए हमलों से मिलता-जुलता है।