मधुबनी, बिहार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 24 अप्रैल को बिहार के झंझारपुर (मधुबनी) में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। इस अवसर पर वे मधुबनी हवाई अड्डा (भौड़ागढ़ी) पर नए टर्मिनल भवन का शिलान्यास करेंगे और कई महत्वपूर्ण योजनाओं की भी घोषणा करेंगे। इस दौरे के ज़रिए प्रधानमंत्री न केवल विकास योजनाओं का उद्घाटन करेंगे, बल्कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र एनडीए कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र भी देंगे।

एनडीए जुटा जनसभा को ऐतिहासिक बनाने में
प्रधानमंत्री के दौरे को सफल बनाने के लिए एनडीए के शीर्ष नेता तैयारियों में जुटे हुए हैं।
- जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा और
- केंद्रीय मंत्री ललन सिंह, नित्यानंद राय,
- बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी, नितिन नवीन,
- समस्तीपुर सांसद शांभवी चौधरी, सीतामढ़ी सांसद देवेश ठाकुर,
- और अन्य सहयोगी दलों के नेता जनसभा में भारी भीड़ जुटाने के लिए दिन-रात सक्रिय हैं।
मंगलवार को संजय झा और ललन सिंह ने समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर में जनसभाएं कीं। इससे पहले सोमवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ‘बिहार मिलन समारोह’ में साफ किया कि बिहार में चुनाव एनडीए एकजुटता के साथ लड़ेगा।
नीतीश ही रहेंगे एनडीए के नेता
हालांकि कुछ भाजपा नेताओं द्वारा डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को चुनावी चेहरा बताने की चर्चा रही, लेकिन जेडीयू और बीजेपी दोनों दलों ने स्पष्ट किया है कि नीतीश कुमार ही एनडीए के नेता हैं।
पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पुत्र निशांत कुमार ने कहा—
“मेरे पिता पूरी तरह स्वस्थ हैं, और अगले पांच वर्षों तक सरकार चला सकते हैं। अमित शाह पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि नीतीश ही मुख्यमंत्री रहेंगे।”

विपक्ष का हमला: पप्पू यादव का तीखा सवाल
इस दौरे को लेकर पूर्णिया से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बुधवार को अपने खुर्दा आवास में प्रेस वार्ता करते हुए उन्होंने कहा—
“प्रधानमंत्री मोदी केवल चुनावी वर्ष में बिहार आते हैं, लेकिन राज्य को देने के नाम पर कुछ नहीं करते।”
उन्होंने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि
- बिहार में 64% फैक्ट्रियां बंद हैं,
- 90% पुरानी फैक्ट्रियां भी चालू नहीं हो सकीं,
- विशेष राज्य का दर्जा और
- विकास पैकेज केवल वादे बनकर रह गए।
मिथिला और सीमांचल के लिए मांगे
पप्पू यादव ने प्रधानमंत्री से मांग की कि वे मधुबनी की जनसभा में निम्नलिखित घोषणाएं करें:
- मिथिला, कोसी व सीमांचल क्षेत्र के लिए विशेष आर्थिक पैकेज
- स्वायत्त क्षेत्र विकास परिषद का गठन
- दरभंगा पेपर मिल और बंद चीनी मिलों को पुनः चालू करने की घोषणा
- मधुबनी पेंटिंग को सुरक्षा और वैश्विक पहचान
- सहरसा में AIIMS (एम्स) की स्थापना
- सहरसा में डीआरएम कार्यालय खोलने की योजना