नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा में अपने जवाब में देश की विकास यात्रा और कांग्रेस की तुष्टिकरण राजनीति पर तीखे बयान दिए। अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने ‘सबका विकास, सबका साथ’ के विचार पर जोर दिया और कहा कि यह हम सभी का दायित्व है, जिसे पूरा करने का अवसर देश ने उन्हें दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “यहां पक्ष और प्रतिपक्ष दोनों तरफ से चर्चा हुई है, और इस मंच से एक बात साफ है – ‘सबका विकास, सबका साथ’ हम सबका दायित्व है। देश ने हमें यहां बैठने का अवसर दिया है ताकि हम इसके लिए काम करें।”

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “जहां तक कांग्रेस का सवाल है, एक दल जो एक परिवार को समर्पित हो गया है, उसके लिए ‘सबका विकास, सबका साथ’ संभव नहीं है।”
कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति पर हमला करते हुए कहा, “जनता ने हमारे विकास के मॉडल को परखा और समझा। जनता ने हमारे मॉडल को समर्थन दिया, हमारा मॉडल ‘नेशन फर्स्ट’ है। जबकि कांग्रेस का मॉडल ‘फैमिली फर्स्ट’ है। कांग्रेस में झूठ, फरेब और तुष्टिकरण का घालमेल है। 2014 में देश को नए मॉडल का विकल्प मिला। कांग्रेस के समय तुष्टिकरण की राजनीति चरम पर थी।”
OBC आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की बात
प्रधानमंत्री मोदी ने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के महत्व पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा, “हमने OBC आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया। हम जनता जनार्दन को पूजने वाले लोग हैं। हमारी सरकार ने सामान्य वर्ग के गरीबों को 10% आरक्षण दिया। बिना किसी तनाव के यह निर्णय लिया गया, और SC, ST, OBC वर्ग ने इस फैसले का स्वागत किया।”

दिव्यांगों और ट्रांसजेंडर समुदाय के उत्थान के लिए कदम
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में दिव्यांगों और ट्रांसजेंडर समुदाय के उत्थान के लिए उठाए गए कदमों पर भी बात की। उन्होंने कहा, “हमने दिव्यांगों के लिए मिशन मोड में काम किया। ट्रांसजेंडर समुदाय के उत्थान के लिए भी हमने ठोस कदम उठाए।”