झुंझुनूं: पुलिस को रात्रि में सुनसान घरों को निशाना बनाकर चोरी करने वाले संगठित गिरोह के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। कोतवाली थाना पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे जिले में हुई 20 से अधिक चोरी की वारदातों का खुलासा किया है। आरोपी सदर, गुढ़ागौड़जी, मलसीसर समेत कई थाना क्षेत्रों में वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। गिरफ्तार व्यक्तियों में अजय कुमार, राजकुमार उर्फ बीनू और सौरभ स्वामी शामिल हैं, जिनमें से सौरभ के खिलाफ आठ आपराधिक प्रकरण पहले से दर्ज हैं।
28 मई को नरेंद्र सिंह निवासी ढेवा का बास, हाल निवासी शास्त्री नगर, वार्ड 16, ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके अनुपस्थिति में रात को उसके मकान का ताला तोड़कर अज्ञात लोगों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद कोतवाली थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
चोरी की घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए थानाधिकारी हरजिंद्र सिंह ने विशेष टीम गठित कर जांच शुरू की। टीम ने घटनास्थल का सूक्ष्म निरीक्षण करते हुए आस-पास के लोगों से पूछताछ की और लगभग 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों को ट्रेस करने के लिए कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स (सीडीआर) का विश्लेषण किया गया और पूर्व में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों से पूछताछ की गई।
पुलिस टीम को मिली तकनीकी और खुफिया सूचनाओं के आधार पर संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान की गई। इसके बाद कोतवाली पुलिस ने अलग-अलग स्थानों पर दबिश देकर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने कोतवाली, सदर, गुढ़ागौड़जी और मलसीसर थाना क्षेत्रों में चोरी की 20 से अधिक वारदातों को कबूल किया।
चोरी की घटनाएं शास्त्री नगर, गुढ़ा रोड, आर्मी अस्पताल के पीछे, पुरानी सब्जी मंडी, राणीसती रोड, मंडावा मोड़, चुरू रोड, हाउसिंग बोर्ड और अन्य क्षेत्रों में की गईं।
गिरफ्तार आरोपी अजय कुमार व राजकुमार उर्फ बीनू पूर्व में एक-एक प्रकरण में नामजद रहे हैं, जबकि सौरभ स्वामी के खिलाफ आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस को आशंका है कि इनसे और भी चोरी के मामलों का खुलासा हो सकता है। साथ ही, गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश भी जारी है।
पुलिस टीम में थानाधिकारी हरजिंद्र सिंह के साथ, उप निरीक्षक प्यारेलाल, जयप्रकाश सिंह, सहायक उप निरीक्षक सुनीता, मुख्य आरक्षक सुभाष, कानि प्रवीण, संदीप और योगेंद्र ने सक्रिय भूमिका निभाई। जांच में विशेष योगदान प्रवीण ने दिया, जिन्होंने तकनीकी और फील्ड इनपुट्स के माध्यम से गिरोह तक पहुंचने में निर्णायक भूमिका निभाई।
कोतवाली पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से झुंझुनूं शहर और आस-पास के क्षेत्रों में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगने की संभावना है। पुलिस अब इस गिरोह से जुड़ी शेष कड़ियों को जोड़ने में जुटी है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की संगठित अपराध गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।