पिलानी: कोलकाता की महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ हुए रेप व हत्या के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से लगातार प्रदर्शन जारी है। पिलानी आज देर शाम डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ ने कैंडल मार्च निकाला।
कैंडल मार्च में शामिल डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ और नर्सेज ने अलग-अलग स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया। सभी ने कोलकाता में हुए जघन्य अपराध को लेकर सरकार से जल्द न्याय की मांग की। भगत सिंह सर्किल से रवाना हो कर कैंडल मार्च बड़ चौक होते हुए वापस भगत सिंह सर्किल पहुंचा।
वक्ताओं ने दोषियों को कठोर दण्ड देने की मांग की
डॉक्टर हरिसिंह सांखला ने कहा कि कोलकाता में 8 अगस्त को जूनियर डॉक्टर के साथ रेप करने के बाद पाशविक तरीके से उसकी हत्या कर दी जाती है। देश भर के डॉक्टर इस घटना की वजह से आक्रोश में हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कोलकाता में ही इस घटना के चार दिन बाद अपराधियों की गिरफ्तारी और सजा की मांग कर रहे डॉक्टर्स के ऊपर हजारों लोगों की भीड़ आकर हमला कर देती है। ऐसे में स्पष्ट है कि अब डॉक्टर्स भी सुरक्षित नहीं है।
डॉ अनीता बुडानिया ने कहा कि हमारा प्रदर्शन महिला चिकित्सकों और अन्य स्टाफ की सुरक्षा के लिए है। हमारी मांग है कि इस मामले में जो लोग गुनाहगार हैं, उनको गिरफ्तार करके फांसी दी जाए।
शनिवार को दिन भर चला ओपीडी का बहिष्कार
पिलानी में आज दिन भर डॉक्टर्स ने ओपीडी का बहिष्कार किया। इस दौरान किसी भी हॉस्पिटल में ओपीडी के लिए मरीजों का रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया। हालांकि चुनिंदा हॉस्पिटल में इमरजेंसी सेवा जारी रखी गई थी। आईएमए के आवाह्न पर देश भर में डॉक्टर्स ने शनिवार सुबह 6 बजे से रविवार सुबह 6 बजे तक ओपीडी के बहिष्कार का निर्णय लिया था।
कैंडल मार्च में ये हुए शामिल
पिलानी में आयोजित कैंडल मार्च में डॉ आरके जैन, डॉ राजीव दुलड़, डॉ करण बेनीवाल, डॉ हरी सिंह सांखला, डॉ अजय सिंह चौहान, डॉ विकास बड़सरा, डॉ रुचिका झाझड़िया, डॉ एनसी जैन, डॉ अनीता बुडानिया, डॉ संजय कुमार, डॉ कपिल, डॉ श्रृष्टि जैन, डॉ सुनील शाह, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, डॉ प्रशांत सिंह, डॉ रिंकू सिंह, डॉ पीके सहगल, डॉ पाठक, डॉ राजेन्द्र शर्मा, डॉ नरेश सैनी, डॉ चतुर्भुज सिंह राठौड़, डॉ प्रीतम गाड़िया, डॉ अरुण कुमार, डॉ प्रीति मान, डॉ नरेन्द्र वर्मा, डॉ हेमन्त शर्मा के साथ नर्सिंग स्टाफ, केमिस्ट एसोसिएशन के सदस्य, फार्मासिस्ट, लैब संचालक आदि शामिल हुए।