सरसों और गेहूं की फसल को सबसे अधिक नुकसान, बिजली आपूर्ति भी बाधित
पिलानी, 1 मार्च 2025: झुंझुनूं जिले के पिलानी क्षेत्र में शुक्रवार शाम हुई भारी ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। दर्जनभर गांवों में ओलों की मार से सरसों और गेहूं की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुईं। इस प्राकृतिक आपदा से किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है, जिससे उनमें गहरी निराशा है।

सरसों और गेहूं की फसलें बर्बाद, किसानों को भारी नुकसान
ओलावृष्टि से *सबसे अधिक नुकसान सरसों और गेहूं की फसल को हुआ। सरसों की फसल कटाई के लिए लगभग तैयार थी, लेकिन तेज आंधी और ओलों के कारण फसल खेतों में बिछ गई। खेतों में बर्बाद खड़ी फसल को देखकर **किसानों की आंखों में मायूसी झलक रही थी, और उन्होंने सरकार से तत्काल राहत देने की मांग की।
तेज आंधी से बिजली के पोल और पेड़ गिरे, गांवों में अंधेरा
ओलावृष्टि के दौरान आए तेज आंधी-तूफान ने कई इलाकों में बिजली के पोल और पेड़ों को गिरा दिया, जिससे कई गांवों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। ग्रामीणों को पूरी रात अंधेरे में गुजारनी पड़ी।
प्रशासन से जल्द सर्वे और मुआवजे की मांग
शनिवार दोपहर खेतों में पहुंचे किसानों ने प्रशासन से तत्काल फसलों का सर्वे करवाकर राहत राशि जारी करने की अपील की। किसानों का कहना है कि अगर समय रहते मुआवजा नहीं मिला तो उनकी आर्थिक स्थिति और अधिक खराब हो जाएगी।

किसानों को उम्मीद, जल्द मिलेगी राहत
ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को सरकार से मुआवजे की उम्मीद है। प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की जा रही है कि कृषि विभाग की टीमें जल्द सर्वे करें और किसानों को उचित सहायता प्रदान की जाए।