पिलानी, 27 दिसम्बर 2024: पिलानी में शुक्रवार दोपहर जोरदार ओलावृष्टि हुई जिसने किसानों को चिंता में डाल दिया है। महज 5 से 7 मिनट तक हुई ताबड़तोड़ ओलों की बौछार से चारों ओर बर्फ की सफेद चादर सी बिछ गई।
सुबह 5 बजे हल्की बारिश का दौर शुरू हुआ था जिसके बाद अगले 2 घंटे तक रुक रुक कर बारिश होती रही। बाद में सुबह 8 बजे बादलों की गर्जना के साथ तेज बारिश शुरू हुई। लगातार डेढ़ घंटे तक हुई जोरदार बरसात ने सब तर बतर कर दिया। पिलानी मौसम विज्ञान केंद्र की सूचना के अनुसार आज 11.1 एमएम बारिश दर्ज की गई है।
मावठ की बाट जोहते किसानों के चेहरे आज हुई बरसात के बाद खिल उठे थे, लेकिन दोपहर 12:50 बजे हुई ओलावृष्टि ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है। पिलानी कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में भी ओलावृष्टि की सूचना मिल रही है। किसानों ने अपने खेतों में रबी की फसलों की बुआई कर रखी है। गेहूं, जौ, चना, मटर, सरसों जैसी फसलों के लिए किसान मावठ की बारिश के इंतजार में थे। मौसम विभाग ने भी 20 दिसम्बर के बाद लगातार 2 पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की सूचना जारी की थी। मौसम विभाग की सूचना के अनुसार 23 दिसम्बर को हल्की बारिश हुई थी, लेकिन फसलों के लिए उसे नाकाफी माना जा रहा था। किसान 26 दिसम्बर को दूसरी बारिश का इंतजार कर रहे थे। आज सुबह हुई बारिश से अच्छी फसल की किसानों की उम्मीदें दोपहर को हुई ओलावृष्टि से धूमिल होती नजर आ रही हैं।
कृषि विशेषज्ञ दिलीप सिंह खीचड़ ने बताया कि ओलावृष्टि से सबसे अधिक नुकसान सरसों की फसल को होगा। इसके अलावा मौसमी सब्जियों की पैदावार को भी आज हुई ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है। फसल खराबे का सही आंकलन हालांकि बाद में ही हो पाएगा।