पिलानी: क्षेत्र की चौहानों की ढाणी के वार्ड पंच एडवोकेट निहाल सिंह ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर राजस्व ग्राम ढाणी चौहान को स्वतंत्र ग्राम पंचायत का दर्जा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह गांव अब तक सभी बुनियादी सुविधाओं से सुसज्जित हो चुका है और इसके पास स्वतंत्र पंचायत बनने के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हैं।
एडवोकेट निहाल सिंह के अनुसार ढाणी चौहान गांव से दो वीर सपूत – शहीद मनरूप सिंह और शहीद रामकुमार सिंह देश के लिए बलिदान दे चुके हैं। गांव में 12वीं तक संचालित एक सरकारी विद्यालय है, जो स्वयं के भवन में चलता है। वर्ष 2024 में राज्य सरकार द्वारा लगभग 45 लाख की लागत से अटल सेवा केंद्र युक्त ग्राम पंचायत भवन का निर्माण भी करवाया गया था। इसके अतिरिक्त गांव में आंगनवाड़ी केंद्र, पक्की सड़कें, 24 घंटे बिजली आपूर्ति (सिटी लाइन), सीवरेज व्यवस्था और भविष्य में सरकारी दफ्तरों के लिए उपयुक्त भूमि भी उपलब्ध है।
13 जनवरी 2025 को अटल सेवा केंद्र का शिलान्यास संपन्न हुआ था, लेकिन प्रशासन द्वारा प्रस्तावित पंचायत परिसीमन में ढाणी चौहान और ढाणी ब्राह्मणन को स्वामी सेही ग्राम पंचायत में जोड़ने का सुझाव दिया गया है। इस फैसले का क्षेत्रवासियों ने विरोध किया है और 22 अप्रैल 2025 को जिला कलेक्टर झुंझुनूं को क्रमांक 292/25 के तहत औपचारिक आपत्ति भी दर्ज कराई है।
गांववासियों का कहना है कि यदि ढाणी चौहान को स्वतंत्र पंचायत नहीं बनाया गया तो अटल सेवा केंद्र और पंचायत भवन व्यर्थ हो जाएंगे जिससे सरकार को 50 से 60 लाख रुपये की आर्थिक हानि होगी। उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत भवन के लिए ग्रामवासियों ने खसरा संख्या 395/56 की 0.56 हेक्टेयर आबादी भूमि प्रदान की थी, जो सर्वसम्मति से हुई ग्राम सभा की बैठक में तय हुआ था।
इस पत्र की प्रतिलिपि पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर, मुख्य सचिव राजस्थान सरकार, प्रमुख शासन सचिव पंचायती राज विभाग, संभागीय आयुक्त जयपुर और जिला कलेक्टर झुंझुनूं को भी भेजी गई है।