पथरी के ऑपरेशन के बाद गुर्जरों की ढाणी झेरली निवासी मंजू देवी की मौत के बाद गुस्साए लोगों ने आज अस्पताल में तोड़-फोड़ कर दी। बिरला सार्वजनिक अस्पताल में जारी धरना प्रदर्शन में मृतका के परिजनों के साथ झेरली और छोटी थिरपाली गांव के सैंकड़ों लोग भी शामिल हैं। मृतका के शव का अब तक पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है। प्रशासन समझाइश के प्रयास कर रहा है, लेकिन समाधान के आसार फिलहाल नजर नहीं आ रहे।
पीड़ित परिवार को मुआवजे और दोषी डॉक्टर पर कानूनी कार्यवाही की मांग को लेकर अस्पताल प्रशासन के विरुद्ध चल रहे धरने पर आज सादुलपुर विधायक मनोज न्यांगली, पिलानी विधायक पितराम सिंह काला, पूर्व विधायक कमला कस्वां, भाजपा नेता राजेश दहिया, पिलानी चेयरमैन हीरालाल नायक, रोहिताश्व रणवा, युवा नेता राजकुमार नायक, भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष सरोज श्योराण सहित अन्य नेता भी पहुंचे। सभी ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मंजू देवी के परिवार के लिए न्याय संगत समाधान की मांग का समर्थन किया।
उधर 2 दिन से अस्पताल परिसर में ही धरना प्रदर्शन कर रहे क्षेत्र के सैंकड़ों लोगों से मिलने अब तक अस्पताल की ओर से कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचा है। मृतका का ऑपरेशन करने वाले अस्पताल के सीएमओ डॉक्टर आरके जैन और डायरेक्टर मधुसूदन मालानी कल से ही अस्पताल में मौजूद नहीं है। गुस्साए परिजनों और उनके साथ धरना प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का धैर्य भी अब जवाब देता जा रहा है। धरने में शामिल महिलाओं ने आज अस्पताल में घुस कर तोड़-फोड़ कर दी, जिसके बाद वहां मौजूद मरीजों और स्टाफ में अफरा तफरी फैल गई। बाद में किसी तरह समझा-बुझा कर उन्हें बाहर लाया गया।
धरना दे रहे लोगों ने चेतावनी दी है कि पीड़ित परिवार के साथ न्यायसंगत फैसला नहीं हुआ, तो धरना अनिश्चितकाल तक बढ़ाया जाएगा साथ ही आंदोलन अगर उग्र हुआ तो उसकी जिम्मेदारी भी अस्पताल और प्रशासन की होगी।
धरने पर मौजूद लोगों से वार्ता के लिए एसडीएम बृजेश कुमार गुप्ता, तहसीलदार कमलदीप पूनिया व अन्य अधिकारी मौजूद रहे वहीं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए चिड़ावा डीएसपी शिवरतन गोदारा, पिलानी एसएचओ नारायण सिंह, चिड़ावा एसएचओ विनोद कुमार, सूरजगढ़ एसएचओ भजनाराम और मंड्रेला थानाधिकारी सहित पुलिस जाब्ता भी मौजूद रहा।