Thursday, November 21, 2024
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न्यूज़ अपडेट: बजावा डबल मर्डर केस का खुलासा: रंजिश के चलते गांव के ही नवीन ने अपने दोस्त के साथ मिल कर की थी हत्या

मंड्रेला, 6 अगस्त 2024: 30 जुलाई की रात मंड्रेला थाना क्षेत्र के गांव बजावा सूरोंं का में हुए दोहरे हत्याकांड का आज खुलासा हो गया है। झुंझुनू एसपी राजर्षी राज ने प्रेस कांफ्रेंस में ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए इसे अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया। सूबेदार महावीर सिंह और उनकी पत्नी भानवती देवी की हत्या रंजिश के चलते गांव के ही नवीन जाट ने अपने दोस्त अर्पित के साथ मिल कर की थी।

एसपी राजर्षी राज ने बताया कि हत्या का आरोपी नवीन गुड़गांव में डिलीवरी ब्वॉय का काम करता है। वह डेढ़ साल पहले मृतक महावीर सिंह के घर पर ही रहता था और मृतक के बेटे की मोबाइल शॉप पर भी काम करता था। मृतक महावीर सिंह पूनिया आरोपी के पिता की मौसी का बेटा था तथा रिश्ते में चचेरा भाई लगता था। रिटायर्ड सूबेदार महावीर सिंह पूनिया ने परिवार के जमीन बंटवारे में आरोपी के परिवार का पक्ष नहीं लिया था, जिसके चलते नवीन उनसे द्वेषता रखता था। आरोपी ने पुलिस को बताया कि मृतक महावीर सिंह पूनिया, मृतका भानवती देवी और उनके बेटे नरेन्द्र का व्यवहार भी उसके साथ अच्छा नहीं था। यही वजह थी कि वह मन ही मन इस परिवार से रंजिश रखने लगा था। पिछले डेढ़ वर्ष से उसका महावीर सिंह के परिवार में आना-जाना भी नहीं था।

डेढ़ साल से नवीन गुड़गांव में रह कर नौकरी कर रहा था। महावीर सिंह तथा उनके परिवार के प्रति रंजिश उसके मन में इस कदर बढ़ गई थी कि उसने उनकी हत्या करने की ठान ली। नवीन ने अपने इरादे गुड़गांव में अपने दोस्त अर्पित को बताए जिसके बाद दोनों मंगलवार, 30 जुलाई की रात गुड़गांव से बजावा सूरों का पहुंचे और मौका देख कर घर के बाहर खेत में सो रहे सूबेदार महावीर सिंह और उनकी पत्नी भानवती देवी की कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी।

महावीर सिंह के बेटे को भी मारना चाहता था आरोपी

एसपी राजर्षी राज ने बताया कि आरोपी नवीन सूबेदार महावीर सिंह और उनकी पत्नी भानवती देवी की हत्या के बाद उनके बेटे नरेन्द्र को भी मारना चाहता था। दो हत्याओं के बाद उसने वहां रुक कर नरेन्द्र के घर से बाहर आने का इंतजार भी किया था। काफी देर इंतजार के बाद भी जब नरेन्द्र बाहर नहीं आया तब हत्या के दोनों आरोपी घर की बाउंड्री में खड़ी बाइक लेकर वहां से फरार हो गए।

पुलिस ने खुलासे के लिए लगाई पूरी ताकत

बुजुर्ग दम्पत्ति के ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करने के लिए पुलिस ने अपनी पूरी ताकत लगा दी। वारदात के बाद एसपी राजर्षी राज, एएसपी पुष्पेन्द्र सिंह, चिड़ावा सीओ विकास धींधवाल और मंड्रेला एसएचओ चंद्रभान सिंह ने बारीकी से मौका मुआयना किया। डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया। इसके बाद डीएसटी व मण्ड्रेला थाना की टीम ने हत्याकांड के खुलासे के लिए संयुक्त प्रयास शुरू कर दिए। पुलिस की साइबर टीम का भी वारदात के खुलासे में अहम योगदान रहा।

ये भी पढ़े:- झुंझुनू के मंड्रेला में डबल मर्डर से सनसनी, बजावा गांव के रिटायर्ड सूबेदार व पत्नी की देर रात गला रेत कर हत्या की गई

200 से पूछताछ, 160 सीसीटीवी कैमरे चेक किए

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए खुलासे हेतु एसपी के निर्देशन मे कुल 10 टीमों का गठन किया गया था। पुलिस टीमों ने लगभग 200 व्यक्तियों से पूछताछ की तथा लगभग 160 सीसीटीवी कैमरे भी चैक किये गये। अन्ततः पुलिस ने हत्या के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी की गई मोटर साइकिल भी बरामद कर ली है।

गिरफ्तार मुल्जिम

हत्याकांड को अंजाम देने वाले दो आरोपियों क्रमशः नवीन कुमार (24 वर्ष) पुत्र हवासिंह जाट, निवासी बजावा सूरों का, पुलिस थाना मण्ड्रेला हाल निवासी गुडगांव (हरियाणा) तथा अर्पित महीस (22 वर्ष) पुत्र प्रमोद महीस, निवासी दुन्दहेरा गुडगांव हाल आबाद मकान नम्बर 572/22, खाण्डसा रोड़, अनाज मण्डी के पास, शिवजी पार्क गली नं. 04, गुडगांव (हरियाणा) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस टीम में ये रहे शामिल

वारदात के खुलासे में पिलानी थाने के कांस्टेबल हरेन्द्र व मण्ड्रेला थाने के कांस्टेबल सुरेश की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए गठित मुख्य पुलिस टीम में मंड्रेला एसएचओ चन्द्रभान, डीएसटी एएसआई शेर सिंह, डीएसटी कांस्टेबल दिनेश, संदीप कुमार, योगेन्द्र, पिलानी थाने के कांस्टेबल हरेन्द्र, मण्ड्रेला थाने के कांस्टेबल सुरेश शामिल थे।

इसके अलावा चिड़ावा पुलिस उप अधीक्षक विकास कुमार धीधंवाल, मण्ड्रेला थाने के हेड कांस्टेबल प्रमेन्द्र, चिड़ावा थाने के हेड कांस्टेबल मोहन भूरीया (तकनीकी भूमिका), पिलानी थाने के हेड कांस्टेबल सत्यनारायण, मण्ड्रेला थाने के कांस्टेबल विकास कुमार, बाबूलाल, आशीष कुमार, योगेश कुमार, सुल्ताना थाने के कांस्टेबल नरेन्द्र, सूरजगढ़ थाने के कांस्टेबल अनिल, बुहाना वृत्त के कांस्टेबल मनोज कुमार शर्मा तथा मुकुन्दगढ़ थाने के कांस्टेबल योगेन्द्र का भी पुलिस अनुसंधान में सराहनीय योगदान रहा।

जिला स्पेशल टीम में एएसआई शेर सिंह के साथ एएसआई पवन कुमार, हेड कांस्टेबल विक्रम सिंह, कांस्टेबल विक्रम सिंह, सुरेन्द्र, अंकित कुमार, बूलेश, अमित, सुरेश, सुनिल, अमित कुमार, हरीश कुमार व पवन कुमार शामिल थे।

साईबर पुलिस टीम में हेड कांस्टेबल दिनेश कुमार, कांस्टेबल जितेन्द्र, राजेश कुमार, अरविन्द व प्रदीप कुमार शामिल थे।

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