नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हाल ही में महिपालपुर से एक बड़े ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन में 550 किलोग्राम कोकीन और 40 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया है। पुलिस के अनुसार, इस ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 5 हजार करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। इस कार्रवाई में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तुषार गोयल, भरत कुमार जैन, औरंगजेब सिद्दीकी और हिमांशु कुमार शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, गिरोह का मास्टरमाइंड तुषार गोयल बताया जा रहा है, जो लंबे समय से इस काले कारोबार में लिप्त था।
ड्रग्स दिल्ली कैसे पहुंचते थे
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह ड्रग्स मध्य एशियाई देशों से होकर भारत के मुंबई बंदरगाह तक पहुंचाई गई थीं। इसके बाद, इन मादक पदार्थों को दिल्ली लाया गया था। पुलिस ने ड्रग्स गिरोह के महिपालपुर स्थित गोदाम से कुल 550 किलोग्राम कोकीन और 40 किलोग्राम गांजा बरामद किया है। अनुमान के मुताबिक, इस खेप से लगभग 50 लाख डोज तैयार की जा सकती थीं। बाजार में इसकी कीमत 5,620 रुपये प्रति डोज आंकी गई है। पुलिस का कहना है कि तस्कर इस खेप को दिवाली से पहले दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में वितरित करने की योजना बना रहे थे।
तुषार गोयल का कांग्रेस से संबंध
गिरफ्तार तुषार गोयल ने पुलिस पूछताछ में अपना गुनाह कबूल कर लिया है। इस दौरान तुषार ने चौंकाने वाला दावा किया कि वह यूथ कांग्रेस का सदस्य रह चुका है। उसके अनुसार, उसने 2002 में यूथ कांग्रेस जॉइन की थी, और 2022 के आसपास वह प्रदेश कांग्रेस की RTI सेल का हेड भी रह चुका है। हालांकि, तुषार के इन बयानों की सच्चाई अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। पुलिस तुषार के इस दावे की गहन जांच कर रही है और उसके पूरे बैकग्राउंड की पड़ताल की जा रही है।
कौन है तुषार गोयल?
40 वर्षीय तुषार गोयल दिल्ली के एक प्रभावशाली परिवार से संबंध रखता है। उसने दिल्ली के IP विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की थी। उसके पिता दिल्ली में तुषार पब्लिकेशन और ट्यूलिप पब्लिकेशन के मालिक हैं। वर्ष 2008 में तुषार ने शादी की और कुछ समय बाद देह व्यापार के अवैध धंधे में लिप्त हो गया। इसी समय उसकी मुलाकात दुबई के एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग गिरोह से हुई, जिसने उसे ड्रग्स की तस्करी में शामिल कर लिया। अगस्त 2024 में दिल्ली पुलिस को तुषार के इस काले धंधे की जानकारी मिली, जिसके बाद पुलिस ने लगभग दो महीने के भीतर एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश करते हुए तुषार और उसके गिरोह को गिरफ्तार किया।