नई दिल्ली: दिल्ली में विधानसभा चुनाव प्रचार तेज हो चुका है। नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत के साथ ही राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपने पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी अवध ओझा का नाम अब तक वोटर लिस्ट में शामिल न होने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि वह अवध ओझा का नाम वोटर लिस्ट में शामिल न होने के मामले में आज चुनाव आयोग से मुलाकात करेंगे।
जाट समुदाय के आरक्षण का मुद्दा
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “केंद्र की ओबीसी सूची में जाट समाज को शामिल किया जाए। राजस्थान में जब जाट समाज को आरक्षण का लाभ मिलता है, तो दिल्ली के जाट समाज को क्यों नहीं? मैंने इस संबंध में पत्र लिखा है। मेरा सवाल है कि बीजेपी बताए कि दिल्ली के जाट समुदाय को OBC सूची में कब शामिल किया जाएगा।”

चुनाव आयोग से मुलाकात
केजरीवाल ने बताया, “आज दोपहर 3 बजे मैं, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा के साथ चुनाव आयोग जाएंगे। आम आदमी पार्टी दो महत्वपूर्ण मुद्दों पर आयोग से मुलाकात करेगी।”
अवध ओझा को चुनाव से रोकने का आरोप
पटपड़गंज सीट से प्रत्याशी अवध ओझा के नाम को लेकर विवाद पर बोलते हुए केजरीवाल ने कहा, “ग्रेटर नोएडा के निवासी अवध ओझा ने दिल्ली का वोटर बनने के लिए आवेदन किया था। फॉर्म 8 भरने की अंतिम तिथि 7 जनवरी थी। दिल्ली के सीईओ द्वारा भी अंतिम तिथि 7 जनवरी घोषित की गई थी। हालांकि, रहस्यमय तरीके से एक और आदेश जारी हुआ जिसमें अंतिम तिथि 6 जनवरी कर दी गई, जो कि अवैध है और चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन करता है। यह सब एक साजिश का हिस्सा लगता है, ताकि अवध ओझा को चुनाव लड़ने से रोका जा सके। हम चुनाव आयोग से इसे सुधारने की मांग करेंगे।”
बीजेपी पर गंभीर आरोप
केजरीवाल ने दावा किया, “बीजेपी नेताओं के घरों से फर्जी वोटर्स के नाम जोड़े जा रहे हैं। सांसदों के घरों से 30-40 वोट जोड़कर धांधली की जा रही है। अगर बीजेपी को बेईमानी के सहारे चुनाव लड़ना है, तो चुनाव कराने का औचित्य क्या है? हम मुख्य चुनाव आयुक्त से इस पर जवाब मांगेंगे और अवध ओझा का नाम दिल्ली के वोटर लिस्ट में ट्रांसफर करने की मांग करेंगे, ताकि वे अपना नामांकन दाखिल कर सकें।