रंगपुरी, नई दिल्ली: दिल्ली के साउथ वेस्ट जिले के रंगपुरी इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। यहां एक घर के अंदर से एक व्यक्ति और उसकी चार दिव्यांग बेटियों के शव मिले हैं। यह घटना 26 सितंबर को सामने आई जब आस-पास के लोगों ने घर से आ रही दुर्गंध की सूचना पुलिस को दी।
पुलिस को मिले सुराग और प्रारंभिक जांच
दिल्ली पुलिस के अनुसार, मृतक का नाम हीरालाल है, जो पेशे से एक कारपेंटर था। उसकी उम्र लगभग 50 वर्ष थी और वह अपनी चार बेटियों के साथ किराए के मकान में रहता था। पुलिस को प्रारंभिक जांच में घटनास्थल से सल्फास के पाउच मिले हैं, जिससे आशंका जताई जा रही है कि यह मामला सामूहिक आत्महत्या का हो सकता है।
हीरालाल की पत्नी की एक साल पहले कैंसर के कारण मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद से वह अपनी बेटियों के साथ रह रहा था। बेटियों की पहचान 18 वर्षीय नीतू, 15 वर्षीय निशि, 10 वर्षीय नीरू और 8 वर्षीय निधि के रूप में हुई है।
क्या मिठाई में मिलाया जहर?
पुलिस को एक CCTV फुटेज भी प्राप्त हुआ है, जिसमें 24 सितंबर को आखिरी बार हीरालाल घर में जाते हुए दिखाई दे रहा है। CCTV में हीरालाल के हाथ में मिठाई का एक डब्बा दिखाई दे रहा है, जिसे पुलिस ने घर के अंदर से बरामद किया है और फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है। सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या हीरालाल ने मिठाई में सल्फास की गोलियां मिलाकर बेटियों को खिलाई थीं? पुलिस इस दिशा में जांच कर रही है।
आत्महत्या की आशंका
जब पड़ोसियों ने घर से बदबू आने की सूचना पुलिस को दी, तो मौके पर पहुंची पुलिस को दरवाजा अंदर से बंद मिला। इसके बाद दिल्ली फायर सर्विस की टीम को बुलाकर दरवाजा तोड़ा गया। अंदर का दृश्य भयावह था—पिता और चारों बेटियों के शव एक कमरे में पड़े थे। पास में सल्फास के पाउच, जूस के टेट्रा पैक और पानी की बोतलें भी मिलीं।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि हीरालाल ने पहले अपनी बेटियों को जहर दिया और फिर खुद आत्महत्या कर ली। चारों बेटियों के गले और कमर पर धार्मिक धागा ‘कलावा’ बंधा हुआ मिला, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि पिता ने बेटियों को पहले जहर दिया और बेहोश होने के बाद उनके गले और कमर पर कलावा बांधा होगा।
बेटियों की स्थिति और परिवार की पृष्ठभूमि
हीरालाल की चारों बेटियां दिव्यांग थीं, और पड़ोसियों के अनुसार, वे घर से बाहर बहुत कम दिखाई देती थीं। हीरालाल अपनी पत्नी की मौत के बाद से ही मानसिक और आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहा था। पड़ोसियों ने बताया कि वह एक शांत स्वभाव का व्यक्ति था और ज्यादा बातचीत नहीं करता था।
पुलिस की जांच जारी
दिल्ली पुलिस ने मौके पर दिल्ली FSL (फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी), सीबीआई FSL और सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों की टीम से मौके का मुआयना करवाया। पुलिस के अनुसार, यह मामला फिलहाल आत्महत्या का लग रहा है, लेकिन अभी कई सवाल अनुत्तरित हैं। क्या हीरालाल ने अपने बच्चों को मारने के बाद खुदकुशी की? या फिर कोई अन्य पहलू भी इस घटना में शामिल हो सकता है?