दयानिधि मारन का बीजेपी पर हमला: डीएमके सांसद दयानिधि मारन और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच जुबानी जंग एक बार फिर तेज हो गई है. हाल ही में उत्तर भारतीयों पर विवादित बयान देने के बाद उन्होंने बीजेपी आईटी सेल विंग की तुलना बेरोजगार नाइयों से कर दी. उन्होंने कहा कि जैसे बेरोजगार नाई बिल्लियों के फर काटने के लिए उन्हें पकड़ते हैं उसी तरह बीजेपी की आईटी विंग पुराने वीडियो अपलोड करके दूसरों को निशाना बनाती है.
उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पुराने वीडियो सोशल मीडिया पर फैलाने में शामिल बीजेपी के लोग समाज में हंगामा पैदा करके राजनीतिक लाभ उठाना चाहते हैं. उत्तर भारतीयों और अन्य वरिष्ठ डीएमके नेताओं से जुड़ी उनकी टिप्पणी के पुराने वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
इसके जवाब में उन्होंने कहा, “एक कहावत है कि बेरोजगार नाई बिल्ली के बाल काटने के लिए उसे पकड़ लेते हैं. ये लोग अपने राजनीतिक लाभ के लिए इसे नेशनल लेवल पर ट्रेंड करा रहे हैं. किसी तरह से हंगामा खड़ा करना चाहते हैं, खासकर बीजेपी आईटी सेल विंग वाले लोग इसमें शामिल हैं. जो कभी सफल नहीं होंगे.”
बीजेपी ने भी दिया जवाब
डीएमके नेता मारन की ‘बेरोजगार नाइयों’ वाली टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि ये टिप्पणियां डीएमके की अभिजात्य और जातिवादी मानसिकता को दर्शाती हैं.
उन्होंने कहा, “डीएमके फिर से इस पर उतर आई. सनातन, हिंदू धर्म, उत्तर भारतीयों और हिंदी का अपमान करने के बाद मारन अब नाइयों का अपमान कर रहे हैं. वो अपनी जातिवादी मानसिकता को दिखा रहे हैं. माफी मांगने के बजाय वो उत्तर भारतीय भाइयों और बहनों पर उनके बयानों को फैलाने और उन पर प्रतिक्रिया देने वालों को ‘बेरोजगार नाई’ का काम कहते हैं.”
राहुल गांधी को भी लिया निशाने पर
इसके साथ ही शहजाद पूनावाला ने इंडिया गठबंधन में शामिल डीएमके को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, “राहुल बाबा किसानों, मैकेनिकों आदि के साथ फोटो खिंचाने में व्यस्त हैं, क्या वह बताएंगे कि क्या यह बयान ‘मोहब्बत की दुकान’ का हिस्सा है?”
इससे पहले मारन की एक क्लिप वायरल हुई थी. जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि उत्तर प्रदेश और बिहार से तमिलनाडु आने वाले हिंदी भाषी निर्माण कार्य करते हैं या सड़कों और शौचालयों की सफाई करते हैं.