झुंझुनूं, 19 दिसंबर 2024: मेघवाल समाज संघ (रजि.) की जिला शाखा झुंझुनू ने मंगलवार को भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर के अपमान के विरोध में महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला कलेक्टर के माध्यम से सौंपा। संगठन ने गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संसद में दिए गए बयान को संविधान का अपमान करार देते हुए इसे तुरंत वापस लेने की मांग की।
संविधान की मर्यादा को बनाए रखना जरूरी: महासचिव विकास काला
संगठन के महासचिव डॉ. विकास काला ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान करना संविधान और देश के नागरिकों के मूलभूत अधिकारों का अपमान है। उन्होंने कहा कि संविधान ने न्याय, समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व के अधिकार प्रदान किए हैं, जो देश के हर नागरिक के लिए अनमोल हैं।
प्रतिनिधिमंडल ने की बयान वापसी की मांग
ज्ञापन सौंपने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने गृहमंत्री के बयान की कड़ी निंदा की और इसे तुरंत वापस लेने की मांग की। जिलाध्यक्ष पवन आलरिया ने कहा कि संविधान विरोधी बयान से समाज में असंतोष फैलता है और देश की एकता को खतरा हो सकता है।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रमुख सदस्य
ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधिमंडल में संगठन महासचिव अजय काला, एडवोकेट सुनील सेवदा, एडवोकेट सीताराम सेवदा, एडवोकेट आनंद कुमार, जिला कोषाध्यक्ष अशोक गर्व, डॉ. दिनेश बडजात्या, अनिल बाड़ेटीया, अशोक मंडार, प्रदीप चंदेल, आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष शकील फौजी, उमेश कुमार, आदिवासी मीणा समाज संस्थान के अध्यक्ष वीरेंद्र मीणा, भीम आर्मी जिलाध्यक्ष विकास आल्हा, डॉ. राजेश सिरोहा, शारदा जिनोलिया और मनोज चंदानी सहित कई अन्य सदस्य उपस्थित थे।
संविधान विरोधी बयान से समाज में आक्रोश
मेघवाल समाज संघ ने कहा कि इस प्रकार के बयान संविधान और उसकी मर्यादा के खिलाफ हैं। उन्होंने राष्ट्रपति से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है और कहा कि संविधान का सम्मान हर नागरिक का कर्तव्य है।