भरतपुर, राजस्थान: राजस्थान के डीग-भरतपुर रोड पर गुरुवार रात हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में बारात की स्कॉर्पियो कार पानी से भरे गड्ढे में जा गिरी। हादसे में दूल्हे के मामा, भाइयों और दोस्तों समेत पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना रात करीब 8 बजे डीग स्थित आरटीओ ऑफिस के पास हुई, जब कार के सामने अचानक एक कुत्ता आ गया और चालक ने उसे बचाने की कोशिश की।
अलवर से आगरा जा रही थी बारात
डीग कोतवाली के एएसआई नौबत सिंह ने बताया कि अलवर जिले के मूडपुरी गांव से दूल्हे नरेश की बारात उत्तर प्रदेश के आगरा के गांव सांथा जा रही थी। दूल्हे की कार समेत अन्य गाड़ियां आगे निकल चुकी थीं, लेकिन स्कॉर्पियो कार जिसमें दूल्हे के मामा और भाई सवार थे, हादसे का शिकार हो गई।

कुत्ते को बचाने के प्रयास में हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, डीग के आरटीओ ऑफिस के पास अचानक कार के सामने एक कुत्ता आ गया। ड्राइवर ने कुत्ते और एक बाइक सवार को बचाने की कोशिश में कार पर नियंत्रण खो दिया, जिससे स्कॉर्पियो तेज रफ्तार में पानी से भरे गड्ढे में गिर गई। हादसा इतना भीषण था कि कार पूरी तरह से पानी में डूब गई और उसमें सवार लोग अंदर फंसे रह गए।
राहगीरों ने किया बचाव कार्य
घटना के तुरंत बाद आसपास से गुजर रहे राहगीरों ने अपने वाहन रोककर बचाव कार्य में मदद की। सूचना मिलते ही डीग थाना पुलिस मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया गया। पुलिस ने जेसीबी की मदद से कार को पानी से बाहर निकाला।
हादसे में 5 की मौत, 4 घायल
हादसे में दूल्हे के मामा, चचेरे और ममेरे भाइयों समेत पांच लोगों की जान चली गई। मौके पर ही समय सिंह (40), गिरवर सिंह (45) और बंटू दास (40) की मौत हो गई, जबकि कानू उर्फ सरवन सिंह (26) और देवेंद्र (30) ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

घायलों की सूची:
- शैलेंद्र सिंह (29) पुत्र हिम्मत, झारेड़ा, अलवर
- गुड्डू उर्फ मलखान (32) पुत्र रतन सिंह राजपूत
- जीवन सिंह (32)
- आदिल
इन सभी को डीग के राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।
मृतकों के शव मोर्चरी में रखवाए गए
डीग कोतवाली के एएसआई नौबत सिंह ने बताया कि मृतकों के शव डीग और भरतपुर के अलग-अलग अस्पतालों की मोर्चरी में रखवाए गए हैं। देवेंद्र, गिरवर और बंटू के शव डीग अस्पताल में हैं, जबकि समय सिंह और कानू के शव भरतपुर के आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखे गए हैं।
मृतकों का परिचय
- समय सिंह (40): दूल्हे का मामा, अलवर की निजी कंपनी में कार्यरत। पांच बेटियां और एक बेटा।
- कानू उर्फ सरवन (26): दूल्हे का ममेरा भाई, शादीशुदा, दो बेटियां और एक बेटा। अलवर में निजी कंपनी में काम करता था।
- देवेन्द्र (30): दूल्हे का चचेरा भाई, झारेड़ा निवासी, चार साल पहले शादी हुई थी, मजदूरी करता था।
- गिरवर सिंह (45): परिवार का सदस्य, झारेड़ा निवासी, लाइट फिटिंग का काम करता था, एक बेटा और एक बेटी।
- बंटू दास (40): असम निवासी, अलवर के हनुमान तेल मिल में कार्यरत, दूल्हे नरेश का दोस्त था।