राजगढ़, सादुलपुर: राजगढ़ तहसील के गांव ठिमाऊ बड़ी निवासी भारतीय सेना के नायक सतीश कुमार स्वामी ने देश की सेवा करते हुए शहादत प्राप्त की है।
25 वर्षीय सतीश कुमार स्वामी सेना की 5GR यूनिट में तैनात थे और उनकी पोस्टिंग द्रास ग्लेशियर में थी। अविवाहित सतीश कुमार की पार्थिव देह 21 जनवरी को सुबह 7 बजे राजगढ़ के शहीद स्मारक पहुंचेगी। इसके बाद तिरंगा यात्रा के साथ उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव ठिमाऊ ले जाया जाएगा, जहां उन्हें सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

सतीश कुमार स्वामी की शहादत से पूरा क्षेत्र शोक में डूबा हुआ है। देश के लिए अपना बलिदान देने वाले इस वीर सपूत को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लोग उन्हें नमन कर रहे हैं। सतीश कुमार के पिता बुधराज स्वामी ने बताया कि उनके बेटे को देश सेवा का जुनून बचपन से ही था। उन्होंने सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करने का संकल्प लिया था और इसी संकल्प को पूरा करते हुए उन्होंने अपनी जान न्योछावर कर दी।
सतीश कुमार के गांव ठिमाऊ बड़ी में शोक की लहर दौड़ गई है। लोग उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त कर रहे हैं। गांव के लोग सतीश कुमार को एक बहादुर और देशभक्त सपूत के रूप में याद करेंगे।

सतीश कुमार के पार्थिव शरीर को राजगढ़ के शहीद स्मारक पर सैनिक सम्मान के साथ रखा जाएगा। इसके बाद तिरंगा यात्रा के साथ उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव ठिमाऊ ले जाया जाएगा, जहां उन्हें सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचेंगे।
सतीश कुमार ने देश की सेवा करते हुए जो बलिदान दिया है, वह कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनका बलिदान देश के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा। हम सभी को उनके बलिदान को याद रखना चाहिए और देश की सेवा के लिए प्रेरित होना चाहिए।
शहीद सतीश कुमार को कोटिशः नमन।