पिलानी, 4 अक्टूबर: सीएसआईआर-सीरी में ‘औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए टेराहर्ट्ज़ प्रौद्योगिकी’ विषय पर आयोजित की जा रही तीन-दिवसीय इंडो-जर्मन वैज्ञानिक कार्यशाला में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वक्ताओं ने व्याख्यान दिए। विशिष्ट अतिथि एवं अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला के जर्मन संयोजक प्रोफेसर हार्टमुट रॉस्कॉस ने ‘टुवर्ड्स रीयल टाइम हॉलोग्राफिक इमेजिंग विद टेराहर्ट्ज़ वेव्ज़’ विषय पर रोचक व ज्ञानवर्धक प्रस्तुतीकरण दिया। अपने व्याख्यान में उन्होंने चिकित्सा क्षेत्र में इस प्रौद्योगिकी के उपयोग से क्रांतिकारी परिवर्तनों की संभावनाओं पर प्रकाश डाला।
उद्घाटन सत्र के उपरांत तथा कार्यशाला के दूसरे दिन तक आयोजित कुल 6 तकनीकी सत्रों में की-नोट व्याख्यान के अलावा 20 प्रतिभागियों ने अपने प्रस्तुतीकरण दिए जिनमें से 11 व्याख्यान भारतीय तथा 09 व्याख्यान जर्मन वैज्ञानिकों एवं शिक्षाविदों द्वारा दिए गए। कार्यशाला के दौरान सीरी के वैज्ञानिकों ने संस्थान में चल रही शोध गतिविधियों पर प्रस्तुतीकरण दिए।
प्रधान वैज्ञानिक एवं कार्यशाला के भारतीय समन्वयक डॉ. नीरज कुमार ने बताया कि इंडो-जर्मन साइंस एंड टेक्नोलॉजी सेन्टर (आईजीएसटीसी) के तत्वावधान में आयोजित की जा रही कार्यशाला के अंतिम दिन भी जर्मन एवं भारतीय वैज्ञानिकों एवं विद्वान विशेषज्ञों द्वारा टेराहर्ट्ज़ इमेजिंग व टेराहर्ट्ज़ के चिकित्सा अनुप्रयोगों सहित, संचार, स्पेक्ट्रोस्कोपी, पर्यावरण मॉनीटरिंग में इसकी उपयोगिता एवं महत्व जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी। समापन सत्र में संयुक्त रूप से सहयोगात्मक शोध की संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी और एमओयू का आदान-प्रदान भी होगा।