झुंझुनू: जिले में मादक पदार्थों के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई सामने आई है, जहां मुर्गी फार्म की आड़ में संचालित हो रही करीब 100 करोड़ रुपये की MD ड्रग फैक्ट्री का खुलासा हुआ है। धनूरी थाना क्षेत्र के ग्राम नांद का बास में अवैध रूप से बने मुर्गी फार्म को जिला पुलिस और प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया।
अवैध मुर्गी फार्म में चल रहा था MD का विनिर्माण
धनूरी थाना क्षेत्र के ग्राम नांद का बास की रोही में खेत के भीतर अवैध रूप से निर्मित मुर्गी फार्म के अंदर नशीले मादक पदार्थ MD का निर्माण किया जा रहा था। जांच में सामने आया कि इस फार्म को केवल एक कवर के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था, जबकि बीच में बने कमरे में ड्रग मैन्युफैक्चरिंग यूनिट सक्रिय थी। आरोपी अनिल कुमार, निवासी नांद का बास, अपने साथियों के साथ मिलकर लंबे समय से इस अवैध गतिविधि को अंजाम दे रहा था।
100 करोड़ की MD बरामद, आरोपी पहले ही गिरफ्तार
दिनांक 15 दिसंबर 2025 को झुंझुनू पुलिस और महाराष्ट्र एंटी नारकोटिक्स सेल द्वारा संयुक्त कार्रवाई करते हुए इसी मुर्गी फार्म से करीब 100 करोड़ रुपये मूल्य का नशीला पदार्थ MD बरामद किया गया था। मौके से आरोपी अनिल कुमार को MD का निर्माण करते हुए गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गहन जांच शुरू की गई।
जिला पुलिस और प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई। पूरे अभियान का मार्गदर्शन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र सिंह राजावत और फूलचंद के नेतृत्व में किया गया। मौके पर वृताधिकारी हरिसिंह धायल, उप तहसीलदार सुधेश महला, थानाधिकारी सुभाषचन्द्र सामोता सहित जिला प्रशासन और पुलिस टीम मौजूद रही, जिन्होंने समन्वय के साथ अवैध ढांचे पर बुलडोजर चलाया।
16 हजार वर्गफुट में फैला अवैध ढांचा किया गया ध्वस्त
जांच में पाया गया कि खेत में बिना किसी वैध अनुमति के 40×400 फुट क्षेत्रफल में कुल 16,000 वर्गफुट का मुर्गी फार्म निर्मित किया गया था। इसी अवैध निर्माण को नशीले मादक पदार्थों के निर्माण के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। संगठित अपराध पर प्रभावी अंकुश लगाने और भविष्य में ऐसी गतिविधियों को रोकने के उद्देश्य से जिला पुलिस टीम और प्रशासन के सहयोग से पूरे ढांचे को ध्वस्त कर दिया गया।
नशा तस्करी नेटवर्क पर सख्त संदेश
इस कार्रवाई को झुंझुनू जिले में नशा तस्करी और अवैध मादक पदार्थ विनिर्माण के खिलाफ एक निर्णायक कदम माना जा रहा है। पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अवैध गतिविधियों, संगठित अपराध और ड्रग नेटवर्क के खिलाफ आगे भी इसी तरह की सख्त और प्रभावी कार्रवाई जारी रहेगी।





