झुंझुनूं: झुंझुनूं में एक प्रोपट्री कारोबारी से व्हाट्सएप पर गैंगस्टर संपत नेहरा और वीरेन्द्र चारण के नाम से डेढ़ करोड़ रुपये की फिरौती मांगने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कारोबारी को पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई है। इस संबंध में पीड़ित संदीप बलोदा ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
धमकी भरे व्हाट्सएप कॉल
किसान कॉलोनी निवासी संदीप बलोदा ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि 19 मई की शाम 4:25 बजे उसे व्हाट्सएप कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को संपत नेहरा बताते हुए एक करोड़ रुपये की मांग की और धमकी दी कि पैसे नहीं देने पर दो दिन में जान से मार दिया जाएगा। अगले दिन, 20 मई की शाम 5:56 बजे, दोबारा व्हाट्सएप कॉल आया। इस बार कॉल करने वाले ने खुद को वीरेन्द्र चारण और रोहित गोदारा गैंग का सदस्य बताया और 50 लाख रुपये की मांग की।
कॉल रिकॉर्डिंग का सबूत
संदीप ने पुलिस को बताया कि उसके पास दोनों कॉल की रिकॉर्डिंग है। उसने अपनी रिपोर्ट में चार लोगों के नाम दिए हैं, जिनमें संपत नेहरा, वीरेन्द्र चारण, रोहित गोदारा और अशोक ढूकिया शामिल हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दोस्त की चेतावनी
पीड़ित संदीप ने बताया कि 13 मई को उसका दोस्त विकास जानू एक नंबर रोड स्थित कालू मार्केट में अशोक ढूकिया की इलेक्ट्रॉनिक दुकान पर गया था। वहां अशोक ने विकास से कहा कि संदीप से पैसे दिला दो, नहीं तो संपत नेहरा का फोन आएगा और पैसे देने पड़ेंगे। संदीप ने इस चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन अब यह सच साबित हो गई।
पहले भी हुआ था हमला
संदीप ने बताया कि 2019 में भी उसे संपत नेहरा के नाम से कॉल आया था, जिसमें 50 लाख रुपये की मांग की गई थी। पैसे नहीं देने पर उसके ऑफिस पर फायरिंग की गई थी। उस समय भी कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया गया था।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने संदीप की रिपोर्ट के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है। संदिग्धों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। झुंझुनूं में इस तरह की घटनाओं ने व्यापारियों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस का कहना है कि वह जल्द ही अपराधियों को पकड़ कर इस मामले को सुलझा लेगी।
निष्कर्ष
यह घटना बताती है कि झुंझुनूं में अपराधियों का आतंक अभी भी बरकरार है। व्यापारियों को सावधान रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को देने की सलाह दी गई है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से ही इस प्रकार के अपराधों पर लगाम लगाई जा सकती है।