झुंझुनूं: मंडावा मोड़ स्थित एक निजी स्थान पर राष्ट्रीय जाट महासंघ महिला मोर्चा की बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता रेणु कस्वां ने की। इस दौरान महिला मोर्चा की ब्लॉक महासचिव सपना बाबल ने घूंघट प्रथा को समाप्त करने का महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखते हुए इसे समाज के विकास में बाधा बताया। उन्होंने कहा कि गांवों में जागरूकता अभियान चलाकर महिलाओं को आगे आने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
बैठक में ब्लॉक उपाध्यक्ष मंजू महला ने सपना बाबल के विचारों का समर्थन करते हुए कहा कि पर्दा प्रथा से महिलाओं का आत्मविश्वास कमजोर होता है और इसे तुरंत प्रभाव से समाप्त किया जाना जरूरी है। रेणु कस्वां ने बताया कि घूंघट प्रथा को जड़ से खत्म करने के लिए महिलाओं को समूहों में एकजुट कर शपथ दिलाई जाएगी, जिससे उनमें आत्मविश्वास का संचार होगा और वे बिना किसी सामाजिक दबाव के अपनी पहचान बना सकेंगी।
इस मौके पर अनिता झाझडिया, नेहा तेतरवाल, चंद्रकला नेहरा, माया तेतरवाल, सरिता देवी, प्रीति महला और कविता देवी सहित कई महिलाओं ने घूंघट प्रथा को खत्म करने के निर्णय का स्वागत किया और इसे ऐतिहासिक कदम बताया। बैठक में तय हुआ कि आने वाले दिनों में महिला मोर्चा गांव-गांव जाकर इस अभियान को आगे बढ़ाएगा ताकि नई पीढ़ी को घूंघट जैसी सामाजिक कुरीति से मुक्त किया जा सके।